एकीकृत खाद्य सुरक्षा योजना 1 जनवरी 2023 से शुरू हुई
केंद्र सरकार की नई एकीकृत खाद्य सुरक्षा योजना (integrated Food Security Scheme) 1 जनवरी 2023 से शुरू हुई है। केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा किए गए निर्णय के अनुसार, नई योजना के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-NFSA के अंतर्गत 81.35 करोड़ लाभार्थियों को वर्ष 2023 के दौरान मुफ्त अनाज वितरित की जाएगी।
यह योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के प्रभावी और समान कार्यान्वयन को भी सुनिश्चित करेगी।
दो खाद्य सब्सिडी योजनाओं को शामिल किया गया:
एकीकृत खाद्य सुरक्षा योजना के तहत खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग की दो मौजूदा खाद्य सब्सिडी योजनाओं को शामिल किया गया है-
- 1) राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-NFSA के लिए भारतीय खाद्य निगम-FCI को खाद्य सब्सिडी, और
- 2) विकेन्द्रीकृत खरीद के लिए खाद्य सब्सिडी-राज्य, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम–NFSA के अंतर्गत शामिल राज्यों को मुफ्त खाद्यान्न की खरीद, आवंटन और वितरण से निपटना।
एक राष्ट्र – एक मूल्य – एक राशन
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-NFSA के अंतर्गत शामिल किए गए देश के सबसे कमजोर 67 प्रतिशत आबादी यानी 81.35 करोड़ लोगों के लिए खाद्य और पोषण सुरक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करके एक गरिमापूर्ण जीवन जीने के अवसर प्रदान करने के लिए, मंत्रिमंडल ने एक राष्ट्र – एक मूल्य – एक राशन (One Nation – One Price – One Ration) के सपने को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने नई योजना शुरू करने का फैसला किया है।
भारत सरकार इस योजना के अंतर्गत देश भर में 5.33 लाख उचित मूल्य की दुकानों के नेटवर्क के माध्यम से अगले एक वर्ष के लिए सभी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-NFSA लाभार्थियों यानी अंत्योदय अन्न योजना (AAY) परिवारों और प्राथमिकता वाले घरेलू ( Priority Household: PHH) व्यक्तियों को मुफ्त अनाज प्रदान करेगी।
एक राष्ट्र एक राशन कार्ड
मुफ्त अनाज देश भर में एक राष्ट्र एक राशन कार्ड (One Nation One Ration Card: ONORC) के अंतर्गत पोर्टेबिलिटी के समान कार्यान्वयन को सुनिश्चित करेगा और इस विकल्प-आधारित प्लेटफॉर्म को और मजबूत करेगा।
केंद्र सरकार वर्ष 2023 के लिए 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की खाद्य सब्सिडी वहन करेगी।
नई योजना का उद्देश्य लाभार्थी स्तर पर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-NFSA के अंतर्गत खाद्य सुरक्षा पर एक-समानता (uniformity) और स्पष्टता लाना है।