Natural Gas Pricing: संशोधित घरेलू प्राकृतिक गैस मूल्य निर्धारण दिशानिर्देश: प्रमुख विशेषताएं
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने ONGC/OIL के नामांकन क्षेत्रों, नई अन्वेषण लाइसेंसिंग नीति (NELP) ब्लॉकों और पूर्व-NELP ब्लॉकों से उत्पादित गैस के लिए संशोधित घरेलू प्राकृतिक गैस मूल्य निर्धारण दिशानिर्देशों (revised domestic natural gas pricing guidelines ) को मंजूरी दे दी है।
यह 2014 के दिशानिर्देशों की जगह लेगा।
सरकार का लक्ष्य 2030 तक भारत के प्राथमिक ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी मौजूदा 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करना है। ये सुधार प्राकृतिक गैस के उपयोग को बढ़ाने में मदद करेंगे और उत्सर्जन को नेट जीरो तक कम करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में योगदान देंगे।
संशोधित घरेलू प्राकृतिक गैस मूल्य निर्धारण
देश में प्राकृतिक गैस की कीमत वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों, जो भारतीय कच्चे तेल बास्केट के रूप में दर्शाया जाता है, के मासिक औसत का 10% होगी।
प्राकृतिक गैस की न्यूनतम मूल्य $4/mmBtu (मीट्रिक मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट) निर्धारित किया गया है, और उच्चतम सीमा $6.50/mmBtu तय की गई है।
मूल्य मासिक आधार पर अधिसूचित किया जाएगा।
नई कीमतें 8 अप्रैल से प्रभावी होंगी।
ये गैस मूल्य निर्धारण मानदंड मौजूदा प्रथा के अनुसार छह महीने के बजाय दो साल तक जारी रहेंगे।
इससे पहले, लिगेसी या पुराने क्षेत्रों से उत्पादित प्राकृतिक गैस की कीमतें, जिन्हें APM गैस के रूप में भी जाना जाता है, की कीमत अमेरिका, कनाडा और रूस जैसे प्राकृतिक गैस सरप्लस देशों में गैस की बेंचमार्क दरों के आधार पर तय की जाती थी। अब, APM का मूल्य आयातित कच्चे तेल की कीमत से तय होगी। APM की कीमत भारत द्वारा आयात किए जाने वाले कच्चे तेल की एक बास्केटकी कीमत का 10% होगी।
जैसा कि ऊपर कहा गया कि यह कीमत अधिकतम $ 6.5 प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट और न्यूनतम $ 4 प्रति mmBtu होगी।
वर्तमान में, कच्चे तेल की इंडियन बास्केट की कीमत 85 डॉलर प्रति बैरल है, इसलिए सीलिंग कीमतों को 8.5 डॉलर (कच्चे तेल का 10%) से घटाकर 6.5 डॉलर करने में मदद मिलेगी और इससे घरेलू PNG और CNG की कीमतों में समग्र कमी आएगी।
ये सीमाएं और न्यूनतम कीमतें दो साल तक समान रहेंगी और उसके बाद प्रति वर्ष 0.25 डॉलर प्रति mmBtu तक बढ़ेंगी।
इस घोषणा से उपभोक्ता आने वाले दिनों में PNG और CNG की कीमतों में गिरावट की उम्मीद कर सकते हैं।
इस फैसले से प्राकृतिक गैस पर निर्भर उद्योगों को भी राहत मिलेगी क्योंकि इससे उनकी लागत में कमी आएगी।
पिछले साल, सरकार ने गैस की कीमतों का निर्धारण करने और स्थानीय उपभोक्ताओं और उत्पादकों दोनों के हितों को ध्यान में रखते हुए एक मूल्य निर्धारण फार्मूला निर्धारित करने के लिए किरीट पारिख की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था।
गैस की कीमत में संशोधन की जरुरत क्यों?
वर्तमान में घरेलू गैस की दरें नए घरेलू गैस मूल्य दिशानिर्देश, 2014 के अनुसार तय की जाती हैं, जिसे 2014 में सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया था।
2014 के मूल्य निर्धारण दिशानिर्देश में हेनरी हब, अल्बेना, नेशनल बैलेंसिंग पॉइंट (यूके) (Henry Hub, Albena, National Balancing Point (UK)) और रूस जैसे चार गैस व्यापारिक केंद्रों पर प्रचलित कीमतों के आधार पर छह महीने की अवधि के लिए घरेलू गैस की कीमतों की घोषणा के लिए प्रावधान किया गया था। संशोधित दिशानिर्देश कच्चे तेल की कीमतों पर आधारित हैं।