पोषण माह के दौरान 15 करोड़ से अधिक गतिविधियां आयोजित की गईं
5वें राष्ट्रीय पोषण माह (1 से 30 सितंबर, 2022) के दौरान पूरे देश में विभिन्न विषयवस्तुओं के तहत 15 करोड़ से अधिक गतिविधियां आयोजित की गईं।
5वें पोषण माह से पहले इस अभियान की शुरुआत के बाद से 40 करोड़ से अधिक की सामूहिक गतिविधियों के साथ चार पोषण माह और 4 पोषण पखवाड़ा आयोजित किए जा चुके हैं।
इस साल पोषण माह के दौरान ग्राम पंचायतों को सभी गतिविधियों का केंद्र बिंदु बनाया गया। इससे जमीन पर विभिन्न समितियों को संगठित करने में सहायता प्राप्त हुई। इनमें ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता और पोषण समिति (वीएचएसएनसी), विद्यालय प्रबंधन समिति (एसएमसी)/शिक्षा समिति, जल और पर्यावरण संरक्षण समिति, योजना और विकास समिति और सामाजिक न्याय स्थायी समिति आदि शामिल हैं।
पोषण पंचायतों को सभी गतिविधियों का केंद्र मानते हुए, पोषण माह 2022 के लिए व्यापक विषयवस्तु- महिला और स्वास्थ्य, बच्चा और शिक्षा, लैंगिक संवेदनशील जल प्रबंधन और महिलाओं व बच्चों के लिए पारंपरिक भोजन थीं।
चूंकि आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों के प्रारंभिक शिक्षण और विकास के लिए स्वदेशी खिलौने एक महत्वपूर्ण उपकरण हैं, इसलिए देश के विभिन्न हिस्सों के लगभग 9 स्थानीय पारंपरिक खिलौना क्लस्टर की ओर से स्वदेशी खिलौनों के स्टॉल लगाए गए। इनमें एटिकोपक्का (आंध्र प्रदेश), कोंडापल्ली (आंध्र प्रदेश), चित्रकूट (उत्तर प्रदेश), वाराणसी (उत्तर प्रदेश), कठपुतली शिल्प (राजस्थान), मैसूरु (कर्नाटक), मैंगलोर (कर्नाटक), चन्नापटना (कर्नाटक) और इंदौर (मध्य प्रदेश) आदि शामिल हैं।
पोषण अभियान
भारत सरकार का पोषण अभियान बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण संबंधी परिणामों में सुधार को लेकर एक प्रमुख कार्यक्रम है।
इसकी शुरुआत 8 मार्च, 2018 को की थी। जन आंदोलन के जरिए अभियान का उद्देश्य पूरे भारत में पोषण से जुड़े व्यवहार में बदलाव लाना है।
15वें वित्त आयोग की अवधि के लिए, आंगनवाड़ी सेवाओं (AWS) और किशोर लड़कियों के लिए योजना (SAG) के साथ पोषण अभियान सक्षम आंगनवाड़ी व पोषण 2.0 नामक एक एकीकृत पोषण सहायता कार्यक्रम के हिस्से हैं।
इस पोषण अभियान के तहत पोषण-केंद्रित जन आंदोलन, पोषण माह और पोषण पखवाड़ा के रूप में साल में दो बार आयोजित किया जाता है, जो लोगों के बीच वांछित व्यवहार परिवर्तन लाने के लिए प्रमुख घटकों में से एक बना हुआ है।