इंडो-पैसिफिक पार्क्स पार्टनरशिप
फ्रांसीसी और भारतीय तकनीकी और वित्तीय सहायता के के तहत इंडो-पैसिफिक पार्क्स पार्टनरशिप इंडो-पैसिफिक (Indo-Pacific Parks Partnership) इस क्षेत्र के इच्छुक प्राकृतिक उद्यानों के लिए साझेदारी गतिविधियों की सुविधा प्रदान करेगी।
इन गतिविधियों में जैव विविधता संरक्षण, वन्यजीव प्रबंधन और स्थानीय समुदायों के साथ जुड़ाव शामिल है।भारत-फ्रांस की इस पहल के तहत असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में कई गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। इन गतिविधियों में कृत्रिम हाइलैंड्स का निर्माण जहां बाढ़ के दौरान जानवर बच सकते हैं; 200 से अधिक अवैध शिकार विरोधी शिविर; स्थानीय समुदायों के लिए वैकल्पिक आजीविका प्रशिक्षण शामिल हैं।
काजीरंगा से जुड़ी परियोजना, वन और जैव विविधता संरक्षण (APFBC) पर एक बड़ी असम परियोजना का हिस्सा है, जिसके लिए 2014-2024 के बीच, 10 साल की अवधि के लिए Agence Française de Développement (AFD) ने €80.2 मिलियन का वित्त पोषण किया है।
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
असम का काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान आंशिक रूप से गोलाघाट जिले में और आंशिक रूप से नागांव जिले में स्थित है।
यह असम का सबसे पुराना पार्क है और यह उत्तर में ब्रह्मपुत्र नदी और दक्षिण में कार्बी आंगलोंग पहाड़ियों के किनारे 430 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 37 टेबल-टॉप चाय की झाड़ियों से घिरे पार्क क्षेत्र और चाय बागानों से होकर गुजरता है।
हाइवे के पास गैंडों और जंगली हाथियों को भटकते हुए भी देखा जा सकता है।
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एक विश्व धरोहर स्थल है जो ग्रेट इंडियन एक सींग वाले गैंडों (Great Indian one horned rhinoceros) के लिए प्रसिद्ध है। इसे 1974 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया है।