मुंबई में खसरे (measles) का प्रकोप

एक समाचार एजेंसी के अनुसार, खसरे (measles) की वजह से मुंबई में सितंबर 2022 के बाद से सात लोगों की मौत हो गयी और वायरल संक्रमण के 164 मामले दर्ज किए गए हैं।

खसरा (measles) के बारे में

खसरा वायरस के कारण होने वाली गंभीर और अत्यधिक संक्रामक बीमारी है।

1963 में खसरे के टीके की शुरुआत और व्यापक टीकाकरण से पहले, खसरे से लगभग हर 2-3 साल में यह बड़ी महामारी का रूप धारण कर लेती थी और हर साल अनुमानित 2.6 मिलियन मौतें होती थीं।

खसरा सीरोटाइप-1 के साथ सिंगल स्ट्रेन्डेड, इन्वेलप्ड आरएनए वायरस के कारण होता है। इसे Paramyxoviridae परिवार के जीनस मोरबिलीवायरस (Morbillivirus) के सदस्य के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

मनुष्य खसरे के विषाणु का एकमात्र प्राकृतिक होस्ट है।

खसरा दुनिया की सबसे संक्रामक बीमारियों में से एक है। यह खांसने और छींकने, निकट व्यक्तिगत संपर्क या संक्रमित नाक या गले के स्राव के सीधे संपर्क से फैलता है।

खसरे का पहला लक्षण आमतौर पर तेज बुखार होता है, जो वायरस के संपर्क में आने के लगभग 10 से 12 दिनों के बाद शुरू होता है और 4 से 7 दिनों तक रहता है। शुरुआती चरण में नाक बहना, खांसी, लाल और नमआंखें और गालों के अंदर छोटे सफेद धब्बे विकसित हो सकते हैं।

भारत वर्तमान में खसरा और रूबेला दोनों से निपटने के लिए अपने सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम में खसरा रूबेला का टीका देता है।

खसरे को खत्म करने वाला श्रीलंका WHO के दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र का पांचवां देश है। अन्य चार देश भूटान, मालदीव, डीपीआर कोरिया और तिमोर-लेस्ते हैं।

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