प्रधानमंत्री ने अमरावती में पीएम मित्र पार्क की आधारशिला रखी
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 20 सितंबर को महाराष्ट्र के वर्धा में राष्ट्रीय पीएम विश्वकर्मा कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र के वर्धा को पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Scheme ) की पहली वर्षगांठ के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि यह सिर्फ एक और सरकारी कार्यक्रम नहीं है बल्कि यह भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए रोडमैप के रूप में सदियों पुराने पारंपरिक कौशल का उपयोग करने की योजना है।
प्रधानमंत्री ने ‘आचार्य चाणक्य कौशल विकास’ योजना और ‘पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर महिला स्टार्टअप योजना’ का भी शुभारंभ किया।
उन्होंने पीएम विश्वकर्मा लाभार्थियों को प्रमाण पत्र और ऋण जारी किए और पीएम विश्वकर्मा के तहत प्रगति के एक वर्ष को चिह्नित करने के लिए एक स्मारक टिकट भी जारी किया।
प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि महात्मा गांधी ने 20 सितंबर 1932 को वर्धा में अस्पृश्यता के खिलाफ अभियान शुरू किया था।
पीएम विश्वकर्मा योजना
पीएम विश्वकर्मा, केंद्रीय क्षेत्र की योजना है। इसे कारीगरों और शिल्पकारों को अपने हाथों और औजारों से काम करने के लिए शुरू से अंत तक सहायता प्रदान करने के लिए 17 सितंबर, 2023 को शुरू की गई थी।
इस योजना में 18 ट्रेडों (पेशा) में लगे कारीगरों और शिल्पकारों को शामिल किया गया है। इस योजना को केंद्रीय MSME मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
अमरावती में पीएम मित्र पार्क की आधारशिला
प्रधान मंत्री मोदी ने महाराष्ट्र के अमरावती में पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्र/PM MITRA) पार्क की आधारशिला भी रखी।
1000 एकड़ में फैले इस पार्क को महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (MIDC) द्वारा राज्य कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में विकसित किया जा रहा है।
भारत सरकार ने टेक्सटाइल इंडस्ट्री के लिए 7 पीएम मित्र पार्क स्थापित करने की मंजूरी दी थी। ये पार्क तमिलनाडु, तेलंगाना, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में स्थापित किये जाने हैं।
पीएम मित्र पार्क भारत को वस्त्र निर्माण और निर्यात का वैश्विक केंद्र बनाने के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
यह विश्व स्तरीय इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्टर बनाने में मदद करेगा जो प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) सहित बड़े पैमाने पर निवेश को आकर्षित करेगा और इस क्षेत्र के भीतर इनोवेशन और रोजगार सृजन को बढ़ावा देगा।
आचार्य चाणक्य कौशल विकास योजना
प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र सरकार की ‘आचार्य चाणक्य कौशल विकास’ योजना का शुभारंभ किया।
इस योजना के तहत 15 से 45 वर्ष की आयु के युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए राज्य भर के प्रसिद्ध कॉलेजों में कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और विभिन्न रोजगार के अवसरों तक पहुँच सकें।
राज्य भर में लगभग 1,50,000 युवाओं को हर साल मुफ्त कौशल विकास प्रशिक्षण मिलेगा।