PREFIRE: नासा ने ध्रुवों से ऊष्मा के उत्सर्जन की स्टडी के लिए प्रीफायर मिशन लांच किया

नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने 25 मई को PREFIRE (पोलर रेडियंट एनर्जी इन फ़ार-इन्फ्रारेड एक्सपेरिमेंट) के क्लाइमेट सैटेलाइट्स में एक लॉन्च किया। इसे न्यूजीलैंड के माहिया से रॉकेट लैब के इलेक्ट्रॉन रॉकेट लॉन्च किया गया। यइसका दूसरा  उपग्रह अगले दिनों में लॉन्च किया जाएगा।

शू बॉक्स के आकार के दो क्यूब सैटेलाइट्स यानी या क्यूबसैट इस बात की स्टडी करेंगे कि पृथ्वी के दो सबसे ठंडे क्षेत्र; यानी आर्कटिक और अंटार्कटिका कितनी ऊष्मा अंतरिक्ष में उत्सर्जित करती हैं और यह पृथ्वी की जलवायु को कैसे प्रभावित करती है। इस मिशन को PREFIRE  नाम दिया गया है और इसे नासा और विस्कॉन्सिन-मैडिसन विश्वविद्यालय (यूएस) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।

शोधकर्ता इस मिशन से  पृथ्वी के ऊर्जा बजट (Earth’s energy budget) को समझना चाहते हैं। यह सूर्य से पृथ्वी पर आने वाली ऊष्मा की मात्रा और पृथ्वी से अंतरिक्ष में जाने वाली ऊष्मा की मात्रा के बीच संतुलन है। दोनों के बीच का अंतर पृथ्वी के तापमान और जलवायु को निर्धारित करता है।

गौरतलब है कि आर्कटिक और अंटार्कटिका से निकलने वाली ऊष्मा की एक बड़ी मात्रा फार-इंफ्रारेड रेडिएशन के रूप में उत्सर्जित होती है। हालांकि, इस प्रकार की ऊर्जा को मापने का फिलहाल कोई तरीका मौजूद नहीं है। परिणामस्वरूप, पृथ्वी के ऊर्जा बजट के बारे में अधिक ज्ञान उपलब्ध नहीं है।
 
PREFIRE मिशन इस मामले में हमारे ज्ञान को बढ़ाएगा। इसके दो क्यूबसैट पृथ्वी के ध्रुवों से  फार-इंफ्रारेड रेडिएशन का अध्ययन कर सकते हैं और उनके द्वारा एकत्र किए गए डेटा से वैज्ञानिकों को पृथ्वी के ऊर्जा बजट को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी।

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