West Bengal: ‘पोइला बोइसाख’ राज्य दिवस, टैगोर का ‘बांग्लार माटी’ राज्य गीत घोषित

पश्चिम बंगाल सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर बंगाली नव वर्ष के पहले दिन “पोइला बोइसाख” (Poila Boisakh) को राज्य दिवस (State Day) और रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखित गीत “बांग्लार माटी बांग्लार जोल” को राज्य गीत (State Song) घोषित किया है।

राज्य दिवस को ‘बांग्ला दिवस’ (Bangla Divas) नाम दिया जाएगा।

राज्य सरकार की अधिसूचना के अनुसार, राज्य गीत गाने का अनुमानित समय 1 मिनट 59 सेकंड है। इसके मुताबिक, पश्चिम बंगाल में सभी आधिकारिक समारोहों की शुरुआत में राज्य गीत बजाना ‘अनिवार्य’ होगा।

सरकारी आदेश के अनुसार, राज्य गीत बजने पर सभी को ध्यान की स्थिति में खड़ा होना चाहिए और इसके सामूहिक गायन को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। आदेश में कहा गया, राज्य दिवस पश्चिम बंगाल के सभी लोगों द्वारा हर साल सम्मान और गरिमा के साथ मनाया जाएगा।

समारोह की शुरुआत में राज्य सरकार के सभी समारोहों में राज्य गीत अनिवार्य रूप से उचित सम्मान के साथ बजाया जाएगा और इसके समापन पर राष्ट्रगान अनिवार्य रूप से बजाया जाएगा।

गौरतलब है कि सितंबर 2023 में, पश्चिम बंगाल विधानसभा ने एक प्रस्ताव पारित किया था जिसमें पोइला बैसाख को राज्य दिवस और रवींद्रनाथ टैगोर के गीत बांग्लार माटी बांग्लार जोल (Banglar Mati Banglar Jal) को राज्य गीत घोषित किया गया। बाद में राज्य मंत्रिमंडल ने इसे मंजूरी दे दी।

इससे पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने भी 20 जून को पश्चिम बंग दिवस के रूप में मनाया था, जिससे राज्य सरकार के साथ वाकयुद्ध शुरू हो गया। 20 जून, 1947 को बंगाल विधान सभा ने यह तय करने के लिए एक बैठक की कि क्या बंगाल प्रेसीडेंसी भारत या पाकिस्तान के साथ रहेगी, या विभाजित हो जाएगी, जिसमें हिंदू बहुल जिले पश्चिम बंगाल के रूप में भारत के साथ रहेंगे और मुस्लिम बहुल क्षेत्र पूर्वी पाकिस्तान बनेंगे।

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