Status of Tigers report 2022: भारत में बाघों की न्यूनतम संख्या 3,167 है
प्रधान मंत्री ने 9 अप्रैल 2023 को अखिल भारतीय बाघ अनुमान (5वां चक्र) 2022 की सारांश रिपोर्ट जारी की।
भारतीय बाघ अनुमान के मुख्य निष्कर्ष
वर्ष 2022 के अनुसार भारत में बाघों की न्यूनतम संख्या 3,167 है। यह वर्ष 2018 में 2,967 बाघों की संख्या से 6.74% अधिक है।
वर्ष 2022 में 3,080 बाघों की तस्वीरें खींची गईं, जबकि 2018 में 2,461 बाघों को कैमरे में कैद किया गया था।
जंगलों में रहने वाली वैश्विक बाघ आबादी का लगभग 75% भारत में है।
चार वर्षों में 200 की मामूली वृद्धि के बावजूद, देश में अधिकांश बाघ अभयारण्य संरक्षण के छोटे द्वीपों की तरह हैं, जहां संरक्षित क्षेत्रों के बाहर के क्षेत्र अस्थिर भूमि उपयोग दिखा रहे हैं।
पश्चिमी घाट लैंडस्केप में 2018 में 981 बाघ थे जो 2022 में घटकर 824 रह गयी है।
बाघ वाले राज्यों में लगभग 400,000 वर्ग किलोमीटर के जंगलों में से केवल एक तिहाई अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में हैं।
प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत (1973 में) के समय कुल नौ टाइगर रिजर्व 18,278 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले थे। आज टाइगर रिजर्व की संख्या 53 हो गयी है जो 75,796 वर्ग किमी में विस्तृत है और यह भारत के भू-क्षेत्र का 2.3% है।
बाहरी हिमालय में शिवालिक पहाड़ियों और गंगा के बाढ़ के मैदानों में बाघों की आबादी में काफी वृद्धि हुई है, इसके बाद मध्य भारत, पूर्वोत्तर पहाड़ियों और ब्रह्मपुत्र बाढ़ के मैदानों और गंगा के डेल्टा में सुंदरवन का स्थान आता है।
शिवालिक लैंडस्केप में, बाघों की संख्या 2018 में 646 से बढ़कर 804 हो गई है, मध्य भारतीय लैंडस्केप में 1,033 से 1,161, पूर्वोत्तर लैंडस्केप में 194 से 219 और सुंदरबन लैंडस्केप में 88 से 100 हो गई है।