15th BRICS Summit: ब्रिक्स में छह नए सदस्य शामिल होंगे
ब्रिक्स/BRICS (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के सदस्यों ने 24 अगस्त को छह नए देशों का स्वागत करके समूह के विस्तार की घोषणा की।
पहले चरण के विस्तार में, अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, सऊदी अरब, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात को शामिल किया गया है और जनवरी 2024 में ये ब्रिक्स के पूर्ण सदस्य बन जाएंगे।
प्रमुख तथ्य
छह नए सदस्यों को जोड़ने की घोषणा दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (15th BRICS summit) के अंत में की गई। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नए सदस्यों के शामिल होने से संगठन मजबूत होगा और बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था के विचार में विश्वास बढ़ेगा।
बता दें कि इस समूह का इससे पहले विस्तार 2010 में हुआ था जब दक्षिण अफ्रीका को शामिल किया गया था। तब यह ब्रिक से ब्रिक्स हो गया।
ब्रिक्स का विस्तार प्रभुत्व बनाने और वैश्विक शासन को एक “बहुध्रुवीय” विश्व व्यवस्था में फिर से आकार देने की योजना का हिस्सा है जो ग्लोबल साउथ की आवाज़ को विश्व एजेंडे के केंद्र में रखता है।
सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, ईरान और मिस्र को शामिल करना समूह में MENA (मध्य पूर्व और उतर अफ्रीका) का पहला प्रतिनिधित्व है, और अर्जेंटीना को शामिल करने का समर्थन इसके सदस्य ब्राज़ील ने किया था।
ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को शामिल करना विशेष महत्व रखता है क्योंकि ये तीनों ब्रिक्स में तेल समृद्ध खाड़ी के दोनों किनारों का प्रतिनिधित्व करेंगे।
मूल रूप से ब्राजील, रूस, भारत और चीन से मिलकर बने ब्रिक्स की कल्पना प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के वैश्विक स्तर के संगठन के रूप में की गई थी जो शीत युद्ध के बाद की विश्व व्यवस्था में तेजी से महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
ब्रिक्स-अफ्रीका आउटरीच
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अगस्त, 2023 को जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स-अफ्रीका आउटरीच और ब्रिक्स प्लस डायलॉग में भी भाग लिया।
बैठक में ब्रिक्स देशों के नेताओं के साथ-साथ अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका के अतिथि देशों ने भाग लिया।
वर्ष 2024 में ब्रिक्स की अध्यक्षता रूस के पास होगी और 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (2024) रूस के कज़ान में आयोजित होगा।