पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का निधन
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) का लंबी बीमारी के बाद 5 फरवरी को दुबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे।
वह अमीलॉइडोसिस (Amyloidosis) रोग पीड़ित थे और मार्च 2016 से उनका इलाज चल रहा था। मुशर्रफ को पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो हत्या मामले और लाल मस्जिद मौलवी हत्या मामले में भगोड़ा घोषित किया गया था।
2016 से दुबई में रह रहे पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ 2007 में संविधान को निलंबित करने के मामले में राजद्रोह के मुकदमे का सामना कर रहे थे। परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान के पहले ऐसे सैन्य शासक थे, जिन्हें फांसी की सजा सुनाई गई थी।
17 दिसंबर, 2019 में कोर्ट ने मुशर्रफ को देशद्रोह के मामले में फांसी की सजा सुनाई थी।
पूर्व सैन्य शासक मार्च 2016 में इलाज के लिए दुबई गए थे और तब से वापस नहीं आए थे।
मुशर्रफ का जन्म 11 अगस्त, 1943 को दिल्ली में हुआ था और उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कराची के सेंट पैट्रिक हाई स्कूल में पूरी की। पूर्व राष्ट्रपति ने लाहौर के फॉरमैन क्रिश्चियन कॉलेज में उच्च शिक्षा हासिल की थी।
1998 में मुशर्रफ पाकिस्तानी सेना के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बने और 1999 में हुए एक तख्तापलट के बाद मुशर्रफ देश के चीफ एक्जीक्यूटिव बने थे। कारगिल युद्ध के लिए मुशर्रफ को ही जिम्मेदार माना जाता है।