Pantoea Tagorei: पौधों के विकास में सहायक बैक्टीरिया की खोज
विश्वभारती विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के एक समूह ने पौधों के विकास में सहायक एक बैक्टीरिया की खोज की है। उन्होंने नोबेल पुरस्कार विजेता रवीन्द्रनाथ टैगोर के नाम पर इस बैक्टीरिया का नाम ‘पेंटोइया टैगोरी’ (Pantoea Tagorei) रखा है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, बैक्टीरिया में कृषि पद्धतियों में क्रांति लाने की अपार क्षमता है। इसने धान, मटर और मिर्च की खेती को बढ़ावा देने की अपार क्षमता दिखाई है।
‘पेंटोइया टैगोरी’ मिट्टी से पोटेशियम को दक्षतापूर्वक निकालता है जो पौधों के विकास को बढ़ाता है।
झरिया कोयला खदानों की मिट्टी, जहां इस बैक्टीरिया को खोजा गया, में पाए जाने वाले पदार्थ पोटेशियम और फास्फोरस को घुलनशील बनाते हैं और नाइट्रोजन का स्थिरीकरण करते हैं जो पौधों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
शोधकर्ताओं ने दावा किया कि बैक्टीरिया वाणिज्यिक उर्वरकों के उपयोग को कम करेगा और अंततः खेती में खर्च में कटौती करने और फसल की उपज को बढ़ावा देने में मदद करेगा।