पैंगोंग झील के तट पर छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा का अनावरण
भारतीय थल सेना ने 14,300 फीट की ऊंचाई पर पैंगोंग झील (Pangong Lake) के तट पर मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी की एक प्रतिमा का अनावरण किया। यह जगह पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के करीब है।
इस प्रतिमा का अनावरण मराठा लाइट इन्फैंट्री के अधिकारियों द्वारा किया गया। सेना की लेह स्थित 14 कोर के अनुसार शिवाजी की विरासत प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है। इसलिए उनकी प्रतिमा स्थापित की गई है।
पैंगोंग झील
लगभग 4,350 मीटर की ऊँचाई पर स्थित पैंगोंग झील दुनिया की सबसे ऊँची खारे पानी की झील है।
इसका पानी चारों ओर के शुष्क पहाड़ों के विपरीत नीले रंग में रंगा हुआ प्रतीत होता है।
लगभग 160 किमी तक फैली, पैंगोंग झील का एक तिहाई हिस्सा भारत में और अन्य दो तिहाई चीन में स्थित है।
पैंगोंग झील का नाम तिब्बती शब्द, “पैंगोंग त्सो” से लिया गया है, जिसका अर्थ है “उचाई पर स्थित घास के मैदान वाली झील”।
पैंगोंग झील को रंग बदलने के लिए भी जाना जाता है, जो अलग-अलग समय पर नीला, हरा और लाल दिखाई देतीहै।