प्रशांत मरीन हीटवेव की वजह से 4 मिलियन अलास्का कॉमन म्यूर की मौत
एक नए अध्ययन के अनुसार, 2014-2016 के बीच प्रशांत महासागर समुद्री हीटवेव (Pacific marine heatwave) की वजह से लगभग चार मिलियन ‘अलास्का कॉमन म्यूर (common murre/यूरिया आल्गे)’ समुद्री पक्षियों की मृत्यु हो गई।
गर्म होते महासागरों की वजह से पहली बार इतनी बड़ी संख्या में कशेरुकी जीवों की मृत्यु हो गई।
ये हीटवेव केल्प और कोरल जैसी प्रजातियों की सामूहिक मृत्यु का कारण बनती हैं। इसकी वजह से इनमें हैबिटैट बनाने वाली प्रजातियां भी समाप्त हो जाती हैं। इससे पारिस्थितिकी तंत्र की उत्पादकता प्रभावित होती है। इससे खाद्य श्रृंखला में , निचले-ट्रॉफिक-स्तर की प्रजातियां विस्थापित हो जाती हैं, और शीर्ष शिकारियों के लिए भोजन की कमी हो जाती है।
हालाँकि कई उच्च-पोषी-स्तर (upper-trophic-level) की प्रजातियाँ भी मरीन हीट वेव के कारण प्रजनन क्षमता में कमी, मृत्यु दर बढ़ने और यहाँ तक कि सामूहिक मृत्यु का शिकार होती हैं।
मरीन हीट वेव
मरीन हीट वेव एक्सट्रीम वेदर इवेंट है। यह तब घटित होती है जब समुद्र के किसी विशेष क्षेत्र का सतही तापमान कम से कम पाँच दिनों के लिए औसत तापमान से 3 या 4 डिग्री सेल्सियस अधिक हो जाता है।
मरीन हीट वेव कई हफ़्तों, महीनों या सालों तक चल सकती है।