ओडिशा सरकार दुनिया में अपनी तरह की पहली ब्लैक टाइगर सफारी स्थापित करेगी
ओडिशा सरकार ने मयूरभंज जिले में सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व (Similipal Tiger Reserve: STR) के पास, दुनिया में अपनी तरह की पहली ब्लैक टाइगर सफारी (exclusive Melanistic Tiger Safari) स्थापित करने का निर्णय लिया है।
इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) को प्रस्तुत एक प्रस्ताव को प्राधिकरण की तकनीकी समिति द्वारा “सैद्धांतिक” मंजूरी दे दी गई है।
राज्य सरकार ने प्रस्तावित सफारी की स्थापना के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 18 से सटे लगभग 200 हेक्टेयर क्षेत्र की पहचान की है। लगभग 100 हेक्टेयर क्षेत्र ‘डिस्प्ले एरिया होगा।
अन्य 100 हेक्टेयर का उपयोग बचाव केंद्र, स्टाफ इंफ्रास्ट्रक्चर, आगंतुक सुविधाओं आदि सहित वन्यजीव चिकित्सा देखभाल सुविधाओं के निर्माण के लिए किया जाएगा।
काले बाघ या ब्लैक टाइगर
गौरतलब है कि काले बाघ या ब्लैक टाइगर बाघ की एक अलग उप-प्रजाति नहीं हैं। वे जीन म्युटेशन वाले बंगाल टाइगर्स हैं, जो उन्हें उनके विशिष्ट गहरे धारी पैटर्न देते हैं।
2018 में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) द्वारा प्रकाशित भारत बाघ गणना रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें केवल सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व में जंगल में दर्ज किया गया है।
सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व में दुनिया में सबसे अधिक ब्लैक टाइगर्स देखे जाते हैं। ‘छद्म-मेलानिस्टिक’ (pseudo-melanistic) या ‘फाल्स कलर्ड’ कहलाने वाली इन टाइगर्स को पहली बार 1975-76 के दौरान सिमिलिपाल के जंगलों में आधिकारिक तौर पर दर्ज किया गया था।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के अनुसार, भारत में 10 काले बाघ हैं और सभी केवल ओडिशा के सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व में पाए जाते हैं।