NMDC ने 40 मिलियन टन लौह अयस्क का उत्पादन कर इतिहास रचा
NMDC एक साल में 40 मिलियन टन (एमटी) से ज्यादा लौह अयस्क का उत्पादन करने वाली देश की पहली कंपनी बन गई है। देश का सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक इस्पात मंत्रालय के तहत कार्यरत एक CPSE है।
- 1960 के दशक के अंत में 4 एमटीपीए के उत्पादन से लेकर अब 40 मिलियन टन तक, देश के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक कंपनी की प्रगति असाधारण रही है।
- 1969-70 में 4 मिलियन टन से शुरू होकर, एनएमडीसी ने 1977-78 में 10 मिलियन टन के आंकड़े को पार किया, 2004-05 तक इसने एक और दस मिलियन को जोड़ा, एक दशक के भीतर 30 मिलियन टन को पार किया और अब 40 मिलियन के आंकड़े के पार पहुंच गया है।
NMDC ने ड्रोन-आधारित खनिज अन्वेषण के लिये IIT खड़गपुर के साथ समझौता किया
- इस्पात मंत्रालय के अधीन केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम राष्ट्रीय खनिज विकास निगम लि. (NMDC ) ने ड्रोन-आधारित खनिज अन्वेषण के लिये आईआईटी खड़गपुर के साथ एक समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं।
- एनएमडीसी पिछले छह दशकों से व्यापक किस्म के खनिजों का अन्वेषण करता रहा है, जिनमें अन्य खनिजों के साथ-साथ तांबा, रॉक फास्फेट, चूना पत्थर, मैग्नेसाइट, हीरा, टंगस्टन और समुद्री तट रेत शामिल है।
- यह अन्वेषण यूएनएफसी (यूनाइटेड नेशंस फ्रेमवर्क क्लासीफेकेशन) निर्धारित जी-4 स्तर से लेकर जी-1 स्तर का है। एनएमडीसी, मध्यप्रदेश में विभिन्न खनिजों का अन्वेषण कर रहा है। साथ ही वह छत्तीसगढ़ के बेलोदा-बेलमुंडी ब्लॉक में हीरे की खोज में भी संल्गन है।
- एनएमडीसी मध्य भारत के हीरा उत्पादक राज्यों में भी पहली बार स्पेस जियो-फिजिक्स का इस्तेमाल करने वाली पहली कंपनी है। इसी तरह वह अन्वेषण आंकड़ों की ऑनलाइन निगरानी करने के लिये ‘भुवन प्लेटफार्म’ का इस्तेमाल करने वाली पहली कंपनी भी है।
JOIN GS TIMES IAS(UPSC) PRELIMS 365/15 ONLINE TEST SERIES GS-1 HINDI AND ENGLISH