नेशनल हेल्थ क्लेम्स एक्सचेंज (HCX)

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (National Health Authority: NHA) ने ओपन कम्युनिटी से HCX – सैंडबाॅक्स परिवेश में शामिल होकर हेल्थ क्लेम एक्सचेंज में टेस्ट, योगदान और भागीदार बनने के लिए आमंत्रित किया है।

यह आमंत्रण विशेषतौर से स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र और स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराने वालों के लिये है।

नेशनल हेल्थ क्लेम्स एक्सचेंज (HCX)

बता दें कि NHA ने 23 सितंबर 2022 को HCX को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) के तहत एक नई पहल के तौर पर शुरू किया और इसके बाद विभिन्न समूहों के साथ हेल्थ क्लेम एक्सचेंज को लेकर विवरण तैयार करने का काम किया।

देश में स्वास्थ्य बीमा दावों को निपटाने की जो मौजूदा प्रक्रिया है वह ज्यादातर मैन्युअल है, उसमें डिजिटल प्रणाली नहीं है वह काफी जटिल है और हर स्तर पर चुनौती खड़ी करने वाली व्यवस्था है।

स्वास्थ्य बीमा दावों के विनिमय की मौजूदा व्यवस्था में मानकीकरण की कमी है। इस व्यवस्था में जो सूचनायें एक से दूसरे को भेजी जातीं हैं वह ज्यादातर पीडीएफ अथवा मैन्युअल तरीके से भेजी जाती है। इसके अलावा बीमाकर्ता कंपनियों, टीपीए और स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने वालों के बीच प्रक्रियाओं में भी भिन्नता है। ऐसे में प्रत्येक बीमा दावे को निपटाने में उंची लागत आती है।

ऐसी प्रमुख चुनौतियों से निपटने और दावों के निपटान की समूची प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिये राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य दावों के विनिमय के लिये नेशनल हेल्थ क्लेम्स एक्सचेंज (Health Claims Exchange: HCX) लॉन्च किया है जो स्वास्थ्य दावों को एक से दूसरे को भेजेगा।

HCX, भुगतान करने वालों, सेवायें देने वालों, लाभार्थियों, नियामकों और निगरानी कर्ताओं सहित विभिन्न भूमिका निभाने वालों के बीच स्वास्थ्य बीमा दावों से जुड़ी जानकारी भेजने का काम करेगा।

इसका डिजाइन इस तरह का है कि यह आंतरिक रूप से काम कर सकेगा, मशीन से पढ़ने का काम होगा, आडिट किया जा सकेगा और उसकी पुष्टि भी हो सकेगी। इससे यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि जो सूचना भेजी जा रही है वह सही है और विश्वास करने लायक है।

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