न्यूजीलैंड सरकार ने पशुधन ‘बर्प टैक्स’ समाप्त किया

न्यूजीलैंड सरकार ने पशुधन से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन पर कर लगाने की ‘बर्प टैक्स’  (Burp tax) योजना को समाप्त करने की घोषणा की है। बर्प टैक्स को अक्टूबर 2022 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जेसिंडा एडर्न के कार्यकाल में लगाया गया था।

बर्प टैक्स की शुरुआत के बाद पूरे देश में किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य जुगाली करने वाले जानवरों से मीथेन उत्सर्जन को कम करना था।

जुगाली करने वाले जानवर (ruminant species) वास्तव में खुर वाले चरने वाले  शाकाहारी जानवर हैं जो जुगाली करते हैं। गाय, भेड़, बकरी और भैंस जैसे जुगाली करने वाले जानवरों में एक विशेष प्रकार का पाचन तंत्र होता है जो उन्हें ऐसे आहार को तोड़ने और पचाने में सहायता करता है जिसे  जुगाली नहीं  करने वाले जानवर पचाने में असमर्थ होंगी।

जुगाली करने वाले जानवरों के पेट में चार कम्पार्टमेंट होते हैं, जिनमें से एक, रुमेन, उन्हें आंशिक रूप से पचने वाले भोजन को संग्रहित करने और इसे फरमेंट करने में मदद करता है।

यह आंशिक रूप से पचा हुआ और फर्मेन्टेड भोजन जानवरों द्वारा फिर से चबाया जाता है और पाचन प्रक्रिया को पूरा करता है। जब घास और अन्य वनस्पतियाँ रूमेन में फरमेंट यानी किण्वित होती हैं, तो यह मीथेन उत्पन्न करती है, जो एक शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस है।

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