Admirals’ epaulettes: नौसेना ने ‘एडमिरल्स एपॉलेट्स” के नए डिजाइन का अनावरण किया

भारतीय नौसेना ने 29 दिसंबर को ‘एडमिरल्स एपॉलेट्स ’/Admirals’ epaulettes (एडमिरल के कंधे पर लगायी जाने वाली पट्टिका) के नए डिजाइन का अनावरण किया।

इसे वरिष्ठ अधिकारी उत्सवों और आयोजनों के अवसर पर औपनिवेशिक विरासत की स्मृतियों को मिटाने के प्रयासों के तहत अपनी वर्दी पर धारण करेंगे।

नया डिज़ाइन इसके नौसैनिक ध्वज से लिया गया है और मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज की राजमुद्रा से प्रेरित है, जो मराठों की समृद्ध समुद्री शक्ति विरासत को दर्शाता है।

नए एपॉलेट्स एडमिरल, वाइस एडमिरल, रियर एडमिरल, सर्जन वाइस एडमिरल और सर्जन रियर एडमिरल रैंक के लिए हैं।

सितंबर 2022 में पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत के कमीशनिंग के दौरान प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने एक नए नौसेना ध्वज का अनावरण किया था।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने सिंधुदुर्ग में नौसेना दिवस 2023 के दौरान घोषणा की थी कि अब सभी एडमिरल के कंधों पर नए डिजाइन के एपॉलेट्स होंगे।

ये एपॉलेट्स छत्रपति शिवाजी महाराज की राजमुद्रा से प्रेरित हैं। पीएम ने कहा था कि ये नया डिजाइन नौसेना ध्वज से लिया गया है और हमारी समृद्ध समुद्री विरासत को दर्शाता है।

नए एपॉलेट्स में नया गोल्डन नेवी बटन है, जिसमें नई नेवल क्रेस्ट है, जिसका पिछले साल अनावरण किया गया था, इसके बाद राष्ट्रीय प्रतीक के समर्थन के रूप में एक लाल अष्टकोण (red octagon), और एक तलवार और एक दूरबीन है।

चिकित्सा अधिकारियों के लिए भी एक लाल बॉर्डर है।

गोल्डन नेवी बटन: इसमें गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने की हमारी इच्छाशक्ति दिखाई देती है।

रेड ऑक्टागन: ये आठ दिशाओं को दर्शाता है, ताकि चारों दिशा में लंबे समय तक नजर रखी जा सके। यह नए नौसैनिक ध्वज से प्रेरित है जिसका पिछले साल अनावरण किया गया था और यह मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज की राजमुद्रा से प्रेरित है, जिन्होंने विशाल मराठा नौसेना का निर्माण किया था, जिसके पास एक समृद्ध समुद्री विरासत थी।

तलवार: ये हमारी चुनौती का सामना करने की ताकत को दिखाता है और युद्ध क्षमता को दर्शाता है।

टेलिस्कोप: ये हमारे देश की दूरदृष्टि को दिखाता है और बदलती दुनिया पर नजर रखने की क्षमता को दर्शाता है।

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