राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार, 2022 की घोषणा
मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार,2022 की घोषणा की। यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में प्रदान किया जाता है:
- स्वदेशी मवेशी/भैंस की नस्लों को पालने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान,
- सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) और
- सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी/ दूग्ध उत्पादक कंपनी/ डेयरी किसान उत्पादक संगठन।
इन पुरस्कारों में प्रथम रैंक के लिए 05 लाख रुपये, दूसरी रैंक के लिए 03 लाख रुपये और तीसरी रैंक के लिए 02 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और प्रत्येक श्रेणी के लिए योग्यता प्रमाणपत्र और एक स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाता है।
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस समारोह, 2022 के 26 नवंबर 2022 को पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा आयोजित एक समारोह में विजेताओं के बीच पुरस्कारों का वितरण किया जाएगा।
राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार पशुधन और डेयरी क्षेत्र में सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कारों में से एक है, जिसका उद्देश्य देशी मवेशियों को पालने वाले किसानों, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियनों और डेयरी सहकारी समितियों/ दुग्ध उत्पादक कंपनी/ डेयरी किसान उत्पादक संगठनों की पहचान करना और उन्हें प्रोत्साहित करना है।
बता दें कि ने देशी गोजातीय नस्लों को संरक्षण प्रदान करने और उनका विकास करने के उद्देश्य से दिसंबर 2014 में राष्ट्रीय गोजातीय प्रजनन और डेयरी विकास कार्यक्रम के अंतर्गत “राष्ट्रीय गोकुल मिशन” की शुरुआत की गयी थी।