OSIRIS-REx: नासा का स्पेसक्राफ्ट कैप्सूल क्षुद्रग्रह बेन्नु के सैंपल के साथ पृथ्वी पर उतरा

Image credit: NASA

डीप स्पेस में किसी क्षुद्रग्रह (asteroid ) के पहले नमूनों के साथ नासा का OSIRIS-REx मिशन 24 सितंबर को  यूटा रेगिस्तान में पृथ्वी पर सुरक्षित उतरा है।

महत्वपूर्ण तथ्य

 अमेरिकी वायु सेना ने 2020 में OSIRIS-REx अंतरिक्ष यान द्वारा  बेन्नू क्षुद्रग्रह (asteroid Bennu) के लिए गए नमूनों के साथ अंतरिक्ष कैप्सूल को सफलतापूर्वक बरामद किया।

नाइट्रोजन  से भरे OSIRIS-REx कैप्सूल में सैंपल है। नाइट्रोजन ऐसी गैस है जो अधिकांश अन्य रसायनों के साथ इंटरैक्शन नहीं करती है, और कैप्सूल के अंदर नमूना कंटेनर में इसका निरंतर प्रवाह पृथ्वी के प्रदूषकों से इसे बचाकर रखेगा। इससे वैज्ञानिक विश्लेषण के लिए नमूना को शुद्ध रखा जा सकता है।

OSIRIS-REx (Origins, Spectral Interpretation, Resource Identification and Security – Regolith Explore) के माध्यम से नासा ने पहली बार  किसी क्षुद्रग्रह का नमूना पृथ्वी पर प्राप्त किया है।

OSIRIS-REx मिशन द्वारा लिए गए नमूने महत्वपूर्ण हैं क्योंकि बेन्नू जैसे क्षुद्रग्रह हमारे सौर मंडल के शुरुआती इतिहास के “टाइम कैप्सूल” के रूप में कार्य कर सकते हैं। वे बहुत समय पहले के रासायनिक सैंपल को संरक्षित कर सकते हैं, जब ब्रह्मांड एक युवा स्थान था। वास्तव में, यह भी संभव है कि उनमें जीवन के प्राचीन निर्माण खंडों के सैंपल हों।

वर्तमान में बेन्नू पृथ्वी से 81 मिलियन किमी (50 मिलियन मील) दूर सूर्य की परिक्रमा कर रहा है।

माना जा रहा है कि यह किसी बड़े क्षुद्रग्रह का टूटा हुआ टुकड़ा है

यह किसी डीप  स्पेस रोबोटिक मिशन से नासा का तीसरा सैंपल वापसी है।

जेनेसिस अंतरिक्ष यान ने 2004 में सौर हवा के टुकड़े गिराए, लेकिन जब पैराशूट विफल हो गया और कैप्सूल जमीन पर गिर गया तो नमूने खराब हो गए।

स्टारडस्ट अंतरिक्ष यान ने 2006 में सफलतापूर्वक धूमकेतु की धूल पृथ्वी तक पहुंचाई।

जापान क्षुद्रग्रह के सैंपल (हायाबुसा2 मिशन-रयुगु क्षुद्रग्रह) पृथ्वी पर वापस लाने वाला एकमात्र अन्य देश है। 

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