सौर-मंगल युति (Mars solar conjunction)
हाल ही में, नासा ने घोषणा की कि वह मंगल, पृथ्वी और सूर्य की अवस्थिति के कारण 25 नवंबर तक किसी भी मंगल अंतरिक्षयान के लिए सन्देश भेजना बंद कर देगा क्योंकि इस अवधि इन यानों से संपर्क मुश्किल हो जाएगा।
गौरतलब है कि क्यूरियोसिटी और पर्सीवरेंस रोवर्स से लेकर इंजेनुइटी मार्स हेलीकॉप्टर और मार्स रिकोनिसेंस ऑर्बिटर जैसे नासा के कई अंतरिक्षयान मंगल ग्रह पर हैं या उसकी परिक्रमा कर रहे हैं।
11 नवंबर से 25 नवंबर के बीच सूर्य पृथ्वी और मंगल के बीच में होगा। इस घटना को सौर-मंगल युति (Mars solar conjunction) कहा जाता है और यह परिघटना हर दो साल में एक बार घटित होती है।
दरअसल सौर-मंगल युति के दौरान पृथ्वी और मंगल, सूर्य के चारों ओर अपने शाश्वत परिक्रमा करते वक्त एक दूसरे से ओझल हो जाते हैं।
नासा इन अंतरिक्षयानों से संचार इसलिए रोक रही है क्योंकि सूर्य अपने कोरोना से गर्म, आयनित गैस उत्सर्जित करता है और ऐसी संभावना है कि यह पृथ्वी से मंगल ग्रह पर भेजे गए रेडियो सिग्नल में व्यवधान पैदा कर सकता है। इससे मंगल ग्रह पर अंतरिक्ष यान अप्रत्याशित व्यवहार कर सकते हैं।