NALSAR-देश का पहला जेंडर न्यूट्रल संस्थान बनने की तैयारी में
हैदराबाद स्थित नेशनल एकेडमी ऑफ लीगल स्टडीज एंड रिसर्च (NALSAR) ने अपने परिसर में एक मंजिल को लिंग-तटस्थ यानी जेंडर न्यूट्रल ( gender-neutral) स्थान के रूप में नामित किया है, जिसमें उन छात्रों के लिए आवंटित कमरे हैं, जो स्वयं को LGBTQ+ (लेस्बियन, गे, उभयलिंगी, ट्रांसजेंडर एवं क्वीर प्लस) समुदाय के सदस्यों के रूप में पहचानते हैं।
- एकेडमिक ब्लॉक के ग्राउंड फ्लोर पर वॉशरूम भी जेंडर न्यूट्रल है। जीएच -6 भवन में एक छात्रावास है, जो बाद में पूरी तरह से जेंडर न्यूट्रल छात्रावास बन सकता है।
- विश्वविद्यालय के अनुसार LGBTQ+ समुदाय की समावेशिता संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए उसके पास पहले से ही एक अंतरिम नीति है और वह अंतिम नीति का मसौदा तैयार करने की प्रक्रिया में है।
- कुलपति फैजान मुस्तफा ने कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य एक सुरक्षित और समावेशी परिसर बनाना है।
- यह पहली बार नहीं है, जब NALSAR ने LGBTQ+ समुदाय के पक्ष में काम किया है। जून 2015 में, NALSAR LGBTQ+ समुदाय के छात्र को जेंडर न्यूट्रल प्रमाणपत्र जारी करने वाला पहला विश्वविद्यालय बन गया और उस व्यक्ति के नाम के पहले “Mx” के तटस्थ सब-टाइटल का उपयोग किया।
- ‘लिंग-तटस्थ’ या जेंडर न्यूट्रल शब्द का अर्थ है किसी चीज का महिलाओं या पुरुषों के साथ नहीं जोड़ना।
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