मॉडर्ना ने mRNA कैंसर वैक्सीन की क्लिनिकल ट्रायल की शुरुआती सफलता की घोषणा की
अमेरिकी फार्मा मॉडर्ना ने 14 दिसंबर को घोषणा की कि उसने Merk कम्पनी के मोनोक्लोनल एंटीबॉडी, KEYTRUDA के साथ साझेदारी में mRNA कैंसर वैक्सीन विकसित किया है और उच्च जोखिम वाले मेलेनोमा रोगियों में इस टीका की वजह से महत्वपूर्ण सुधार देखा गया है।
मॉडर्ना के अनुसार, Merk के मोनोक्लोनल एंटीबॉडी KEYTRUDA, एंटी-प्रोग्राम्ड डेथ रिसेप्टर-1 (PD-1) थेरेपी के कॉम्बिनेशन में एक इंवेस्टीगेशनल पर्सनल mRNA कैंसर वैक्सीन (mRNA-4157/V940) ने स्टेज 3 या स्टेज 4 मेलेनोमा कैंसर के रोगियों की मदद की।
टीका ने इस रोग के फिर से होने या मृत्यु के जोखिम को 44 प्रतिशत तक कम कर दिया।
मॉडर्ना ने दावा किया है कि चरण 2 परीक्षण के परिणाम क्लिनिकल परीक्षण में इंवेस्टीगेशनल mRNA कैंसर उपचार के लिए प्रभावकारिता का पहला प्रदर्शन है।
mRNA वैक्सीन के बारे में
mRNA वैक्सीन कोविड-19 के लिए परिवर्तनकारी रहा है, और अब, पहली बार मेलेनोमा (त्वचा कैंसर का एक रूप) के रोगियों में इस तरह के टीका की सफलता का दावा किया गया है।
बता दें कि व्यक्ति में इम्यून रिस्पांस को ट्रिगर करने के लिए, कई वैक्सीन के द्वारा हमारे शरीर में कमजोर या निष्क्रिय जर्म प्रवेश कराया जाता है।
लेकिन mRNA टीके में ऐसा नहीं कराया जाता।
इसके बजाय, mRNA के टीके हमारी कोशिकाओं को सिखाता है कि वायरस से लड़ने के लिए प्रोटीन कैसे विकसित किया जाये।
mRNA टीके वास्तव में प्रयोगशाला में बनाए गए mRNA का उपयोग करते हैं। यह हमारे शरीर के अंदर एक इम्यून रिस्पांस को ट्रिगर करता है।
यह इम्यून रिस्पांस , जो एंटीबॉडी का उत्पादन करती है, भविष्य में उस कीटाणु से हमें बीमार होने से बचाने में मदद करती है।