प्रलय सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल

रक्षा मंत्रालय ने स्वदेशी प्रलय सामरिक बैलिस्टिक मिसाइलों (Pralay tactical ballistic missiles ) की एक पूरी रेजिमेंट खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। जो 150-500 किलोमीटर तक लक्ष्य पर हमला करने की क्षमता रखती है।  

प्रलय  सतह पर मार करने वाली कम दुरी तक निशाना साधने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है। यह 150 से 500 किलोमीटर दूर तक के लक्ष्य पर हमला करने की क्षमता रखती है।  

इन मिसाइलों को क्रमशः वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) और नियंत्रण रेखा (LOC)  तैनाती  है।

यह एक निश्चित दूरी तय करने के बाद उड़ान के बीच में ही अपना उड़ान पथ बदल देता है, जिससे इंटरसेप्टर मिसाइलों के लिए इसे ट्रैक करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

प्रलय मिसाइलें ठोस-प्रणोदक रॉकेट मोटर्स द्वारा संचालित होती हैं और यह अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित हैं, जो भारतीय सेना की आक्रामक क्षमताओं को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने का वादा करती हैं। इसका पहली बार परीक्षण 2011 में किया गया था।

प्रलय की असाधारण विशेषताओं में से एक इसकी अर्ध-बैलिस्टिक प्रकृति है। यह कम ऊंचाई वाला उड़ान पथ (low trajectory) बनाए रखता है, ज्यादातर बैलिस्टिक मिसाइल की तरह व्यवहार करता है, लेकिन यह उड़ान के दौरान अपना मार्ग बदलने की क्षमता (manoeuvre) बनाये रखती  है, जिससे इसे रोकना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर निकलने वाली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों के विपरीत, प्रलय जैसी कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें वायुमंडल के  भीतर रहकर ही अपना मिशन पूरी करती है।  

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