मार्केटिंग सीजन 2024-25 के लिए 14 खरीफ फसलों की MSP में वृद्धि
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 19 जून 2024 को धान, रागी, बाजरा, ज्वार, मक्का और कपास सहित 14 खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को मंजूरी दी।
इस निर्णय से सरकार को 2 लाख करोड़ रुपये का वित्तीय बोझ पड़ेगा, जबकि पिछले सीजन की तुलना में किसानों को 35,000 करोड़ रुपये का लाभ सुनिश्चित होगा।
खरीफ की फसलों में शामिल हैं; धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंग, मूंगफली, गन्ना, सोयाबीन, उडद, तुअर, कुल्थी, जूट, सन, कपास आदि।
खरीफ फसल की बुवाई आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के साथ जून में शुरू होती है, जबकि फसल मार्केटिंग सीजन अक्टूबर 2024 से सितंबर 2025 तक चलेगा।
आगामी 2024-25 खरीफ मार्केटिंग सीजन के लिए धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 5.35% बढ़ाकर 2,300 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। यह प्रति क्विंटल 117 रुपये की वृद्धि है।
सोरघम (ज्वार) हाइब्रिड की एमएसपी 3,371 रुपये हो गई है। कपास की नई MSP 7,121 रुपए तय की गई है। इसकी एक दूसरी किस्म की नई MSP 7,521 रुपए कर दी गई है।
तुअर दाल की MSP को 550 रुपए प्रति क्विंटल और उड़द दाल की MSP को 450 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाने को मंजूरी दी है। तुअर दाल की MSP बढ़कर 7550 रुपए प्रति क्विंटल और उड़द दाल की MSP 7400 रुपए प्रति क्विंटल हो गई है।
बता दें केंद्र सरकार हर फसल सीजन से पहले कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिश पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) तय करती है।
MSP 23 फसलों के लिए MSP घोषित की जाती है: 7 प्रकार के अनाज (धान, गेहूं, मक्का, बाजरा, ज्वार, रागी और जौ); 5 प्रकार की दालें (चना, अरहर/तुअर, उड़द, मूंग और मसूर); 7 प्रकार के तिलहन (रेपसीड-सरसों, मूंगफली, सोयाबीन, सूरजमुखी, तिल, कुसुम, निगरसीड), 4 व्यावसायिक फसलें (कपास, गन्ना, खोपरा, कच्चा जूट) ।