5G ग्रामीण कनेक्टिविटी के लिए मिलीमीटर वेव ट्रांसीवर
सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (C-DOT) ने “5G ग्रामीण कनेक्टिविटी के लिए मिलीमीटर वेव ट्रांसीवर” के विकास के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-रुड़की (IIT-रुड़की) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
यह समझौता दूरसंचार विभाग (DoT) की दूरसंचार प्रौद्योगिकी विकास निधि (TTDF) योजना के तहत हस्ताक्षरित किया गया है।
यह परियोजना मिलीमीटर वेव बैकहॉल तकनीक के विकास पर केंद्रित है जिसमें केवल कुछ ही छोटे सेल-आधारित स्टेशन (एसबीएस) फाइबर के माध्यम से गेटवे से जुड़े होते हैं।
ट्रांसीवर विकास में प्रस्तावित अभिनव मिश्रित ऑप्टिकल और मिलीमीटर वेव दृष्टिकोण कम समग्र आकार और कम लागत के वांछित आउटपुट को प्राप्त करने के लिए एक आशाजनक तरीका होगा।
यह छोटे और मध्यम स्तर के उद्योगों को भारत में अपनी विनिर्माण इकाइयाँ स्थापित करने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा। इससे सेमीकंडक्टर निर्माण उद्योगों पर भारत की अत्यधिक निर्भरता भी कम होगी।