Jnanpith Award: गोवा के लेखक दामोदर मौजो 57वां ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित

गोवा के कोंकणी भाषा के लेखक दामोदर मौजो गोवा (Damodar Mauzo Goa) को राज्य के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने देश का सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान 57वां ज्ञानपीठ पुरस्कार (Jnanpith Award) से सम्मानित किया।

मौजो की 25 पुस्तकें कोंकणी और एक अंग्रेजी में प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी कई पुस्तकों का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद भी हुआ है। मौजो के प्रसिद्ध उपन्यास ‘कारमेलिन’ को 1983 में साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला।

मौजो ज्ञानपीठ पुरस्कार पाने वाले दूसरे गोवावासी हैं। इससे पहले, राज्य के रवींद्र केलेकर को 2008 में ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था।

ज्ञानपीठ पुरस्कार लेखकों को “साहित्य में उनके उत्कृष्ट योगदान” के लिए दिया जाता है।

ज्ञानपीठ पुरस्कार शाहू शांति प्रसाद जैन द्वारा स्थापित भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा प्रदान किया जाता है

1961 में स्थापित, ज्ञानपीठ पुरस्कार के प्राप्तकर्ताओं को 11 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, एक प्रशस्ति पत्र और देवी सरस्वती की एक कांस्य प्रतिकृति दी जाती है।

मलयालम लेखक जीएस कुरुप इस पुरस्कार के पहले प्राप्तकर्ता थे। असमिया कवि नीलमणि फूकन जूनियर को 56वां ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया गया था।

error: Content is protected !!