पहली बार अंडमान-निकोबार की शोम्पेन जनजातियों ने मताधिकार का प्रयोग किया
पहली बार शोम्पेन (Shompen) जनजातियों ने 19 अप्रैल 2024 को अंडमान और निकोबार लोकसभा क्षेत्र में अपना वोट डालकर चुनाव प्रक्रिया में भाग लिया। शोम्पेन जनजाति के सात सदस्यों ने फॉरेस्ट स्टाफ क्वार्टर के अंदर बने ‘शोम्पेन हट’ नामक मतदान केंद्र 411 पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
शोम्पेन देश में विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (PVTGs) में से एक है। वे ग्रेट निकोबार द्वीप के घने उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों में रहते हैं। 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार शोम्पेन की अनुमानित जनसंख्या 229 थी।
अंडमान-निकोबार की अन्य दो आदिम जनजातियों जैसे ओन्गे और ग्रेट अंडमानीज़ ने भी 2019 के लोकसभा चुनाव की तरह इस बार भी अपने मताधिकारों का प्रयोग किया, लेकिन पंजीकृत 98 शोम्पेन मतदाताओं में से सात शोम्पेन ने पहली बार मतदान में हिस्सा लिया।
स्ट्रेट द्वीप (Strait Island) पर भी 100 प्रतिशत मतदान हुआ, जो ग्रेट अंडमानी जनजाति (Great Andamanese) के लिए विशेष रूप से प्रतिबंधित क्षेत्र है।
लगभग 91 प्रतिशत मतदान डुगोंग क्रीक (दक्षिण अंडमान जिले की छोटी अंडमान तहसील) में हुआ, जहां ओंगे (Onge ) प्राइमेट जनजातियां विशेष रूप से रहती हैं (यह एक आरक्षित वन क्षेत्र है)।