सेंट्रल एशियन फ्लाईवे (CAF) रेंज देशों की नयी दिल्ली में बैठक आयोजित
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम/कन्वेंशन ऑन माइग्रेटरी स्पीशीज सम्मेलन (UNEP/CMS) के सहयोग से सेंट्रल एशियन फ्लाईवे (Central Asian Flyway: CAF) रेंज में प्रवासी पक्षियों (migratory birds) और उनके हैबिटेट के संरक्षण प्रयासों को मजबूती देने के लिए उनके सफर वाले क्षेत्र वाले देशों की नयी दिल्ली में 02 से 04 मई 2023 के दौरान बैठक आयोजित की।
सेंट्रल एशियन फ्लाईवे (CAF) रेंज के अर्मेनिया, बांग्लादेश, कजाकिस्तान, क्रिग़िस्तान, कुवैत, मंगोलिया, ओमान, सउदी अरब, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान सहित 11 देशों ने इस बैठक में भाग लिया।
बैठक में प्रतिनिधियों ने प्रवासी पक्षियों के CAF के वास्ते एक संस्थागत फ्रेमवर्क बनाये जाने पर सहमति जताई, इसमें क्रियान्वयन के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर चर्चा की और CMS- CAF कार्य योजना को अपडेट करने के मसौदे को लेकर सहमति जताई।
प्रवासी पक्षियों और उनके हैबिटैट के बेहतर संरक्षण को लेकर आपसी सहयोग, व्यवहारों तथा विचारों के आदान-प्रदान के मामले में यह बैठक सेंट्रल एशियन फ्लाईवे रेंज देशों के लिये महत्वपूर्ण अवसर साबित हुई।
सेंट्रल एशियन फ्लाईवे (Central Asian Flyway: CAF)
पक्षी फ्लाईवे वह भौगोलिक क्षेत्र है जिसके भीतर एक सिंगल प्रवासी पक्षी प्रजाति, प्रवासी प्रजातियों का एक समूह – या किसी दी गई प्रवासी प्रजाति की एक अलग आबादी – अपने एनुअल साइकिल (ब्रीडिंग, मोल्टिंग, स्टेजिंग, गैर-प्रजनन आदि) के सभी कार्यों को पूरा करती है।
पूरे विश्व में लगभग 8 फ्लाईवे हैं।
सेंट्रल एशियन फ्लाईवे (CAF) आर्कटिक और हिन्द महासागर और संबंधित द्वीप श्रृंखलाओं के बीच यूरेशिया के एक बड़े महाद्वीपीय क्षेत्र को कवर करता है। इस फ्लाईवे में वाटरबर्ड्स के कई महत्वपूर्ण प्रवास मार्ग शामिल हैं, जिनमें से अधिकांश रूसी संघ (साइबेरिया) में सबसे उत्तरी ब्रीडिंग मैदानों से पश्चिम और दक्षिण एशिया, मालदीव और ब्रिटिश हिंद महासागर क्षेत्र में सबसे दक्षिणी गैर-प्रजनन (सर्दियों में विश्राम स्थल) के मैदानों तक फैले हुए हैं।
अपने वार्षिक प्रवास पर पक्षी कई देशों की सीमा पार करते हैं।
भौगोलिक रूप से सेंट्रल एशियन फ्लाईवे रेंज में उत्तर, मध्य और दक्षिण एशिया के 30 देश और ट्रांस-काकेशस शामिल हैं।