CNG (परिवहन) और PNG (घरेलू) सेगमेंट में कंप्रेस्ड बायो-गैस के अनिवार्य ब्लेंडिंग की घोषणा

कंप्रेस्ड बायो गैस (CBG) के उपयोग को बढ़ाने और अपनाने की दिशा में एक बड़े कदम उठाये हुए राष्ट्रीय जैव ईंधन समन्वय समिति (NBCC) ने सिटी डिस्ट्रीब्यूशन गैस (CGD) क्षेत्र  के CNG (परिवहन) और PNG (घरेलू) सेगमेंट में CBG के चरणबद्ध मैंडेटरी ब्लेंडिंग की शुरुआत की घोषणा की।

NBCC की अध्यक्षता केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री करते हैं।

CBG ब्लेंडिंग ऑब्लिगेशन (CBO) का मुख्य उद्देश्य CGD क्षेत्र में CBG की मांग को प्रोत्साहित करना, तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) की आयात निर्भरता कम करना, विदेशी मुद्रा में बचत करना, सर्कुलर इकॉनमी को बढ़ावा देना और नेट जीरो उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता करना है।

यह लगभग 37500 करोड़ रुपये रुपये के निवेश को प्रोत्साहित करेगा।

CBO वित्त वर्ष 2024-2025 तक स्वैच्छिक रहेगा और अनिवार्य सम्मिश्रण दायित्व (mandatory blending obligation) वित्त वर्ष 2025-26 से शुरू होगा।

वित्त वर्ष 2025-26, 2026-27 और 2027-28 के लिए CBO को कुल  CNG/PNG खपत का क्रमशः 1%, 3% और 4% रखा जाएगा। 2028-29 से CBO 5% होगा।

एक केंद्रीय रिपॉजिटरी बॉडी (CRB) ऑपरेशनल गाइडलाइन्स के आधार पर ब्लेंडिंग मैंडेट की निगरानी और कार्यान्वयन करेगा।

क्या होता है कंप्रेस्ड बायो गैस (Compressed Bio Gas : CBG)?

अपशिष्ट/बायो-मास स्रोत जैसे कृषि अपशिष्ट, मवेशी गोबर, गन्ना मृदा, नगरपालिका ठोस अपशिष्ट और सीवेज उपचार संयंत्र अपशिष्ट, आदि एनारोबिक अपघटन की प्रक्रिया के माध्यम से बायो-गैस का उत्पादन करते हैं।

हाइड्रोजन सल्फाइड (H2S), कार्बन डाइऑक्साइड (CO2), जल वाष्प को हटाने के लिए बायोगैस को शुद्ध किया जाता है और कंप्रेस्ड बायो गैस (CBG) प्राप्त करने के लिए कंप्रेस्ड किया जाता है, जिसमें 90% से अधिक मीथेन (CH4) कंटेंट होता है।

CBG में CNG के समान कैलोरी मान और अन्य गुण होते हैं और इसलिए इसे हरित नवीकरणीय ऑटोमोटिव ईंधन के रूप में उपयोग किया जा सकता है।

इस प्रकार यह देश के भीतर प्रचुर मात्रा में बायोमास उपलब्धता को देखते हुए ऑटोमोटिव, औद्योगिक और वाणिज्यिक क्षेत्रों में CNG की जगह ले सकता है।

error: Content is protected !!