दुर्गावती टाइगर रिजर्व: मध्य प्रदेश में एक नए टाइगर रिजर्व को मंजूरी
मध्य प्रदेश वन्यजीव बोर्ड ने पन्ना टाइगर रिजर्व (PTR) के बाघों के लिए एक नए रिजर्व को मंजूरी दे दी है। प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी के लिए राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) को भेजा जाएगा।
- 2,339 वर्ग किलोमीटर में फैले इस नए टाइगर रिजर्व का दुर्गावती टाइगर रिजर्व (Durgavati Tiger Reserve) होगा। यह नरसिंहपुर, दमोह और सागर जिलों में फैला होगा।
- पन्ना टाइगर रिजर्व को दुर्गावती से जोड़ने वाला एक ग्रीन कॉरिडोर विकसित किया जाएगा ताकि बाघों के नए रिजर्व में प्राकृतिक आवाजाही हो सके।
- बता दें कि केन-बेतवा नदियों को जोड़ने के कारण पन्ना टाइगर रिजर्व का एक चौथाई जलमग्न हो जाएगा। केन-बेतवा नदी जोड़ने की परियोजना के मद्देनजर पन्ना के लिए वन्यजीव प्रबंधन योजना के हिस्से के रूप में, NTCA ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सरकारों को नए बाघ अभयारण्यों को अधिसूचित करने के लिए कहा था।
- इसी क्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में राज्य वन्यजीव बोर्ड ने नए टाइगर रिजर्व दुर्गावती में 1,414 वर्ग किमी क्षेत्र को कोर एरिया और 925 वर्ग किमी को बफर के रूप में अधिसूचित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी।
- इससे पहले, उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने चित्रकूट जिले के रानीपुर वन्यजीव अभयारण्य (Ranipur Wildlife Sanctuary: RWS) में राज्य के चौथे बाघ अभयारण्य की अधिसूचना को भी मंजूरी दी थी। RWS में कोई बाघ नहीं है लेकिन इसे पुगमार्क अक्सर वहां देखे जाते हैं क्योंकि पास के पन्ना टाइगर रिजर्व के बाघ अक्सर यहां आते हैं। दोनों संरक्षित क्षेत्र एक दूसरे से सिर्फ 150 किमी दूर हैं।
- गौरतलब है कि नौरादेही वन्यजीव अभयारण्य सतपुड़ा और पन्ना टाइगर रिजर्व के बीच एक गलियारा है, जबकि दुर्गावती वन्यजीव अभयारण्य बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर है।
- वर्तमान में, मध्य प्रदेश में चार बाघ अभयारण्य हैं; बांधवगढ़, पन्ना, सतपुड़ा और संजय-दुबरी।