क्षुद्रग्रह डिंकिनेश
नासा के लुसी अंतरिक्ष यान (Lucy spacecraft) ने हाल में अपने मिशन के प्रारम्भ में दो क्षुद्रग्रहों के पास से उड़ान भरी। हालांकि शुरुआत में यही समझा जा रहा था कि क्षुद्रग्रह डिंकिनेश (Asteroid Dinkinesh) एकल पिंड है लेकिन अंतरिक्ष यान ने पाया कि मुख्य क्षुद्रग्रह बेल्ट में डिंकिनेश वास्तव में एकल नहीं दो क्षुद्रग्रह हैं जो एक बाइनरी जोड़ी के रूप में एक साथ बंधे हैं।
बाइनरी सिस्टम
बाइनरी सिस्टम में दो पिण्ड एक कॉमन मास (किसी एक पिंड) के चारों ओर परिक्रमा करते हैं।
बृहस्पति ट्रोजन क्षुद्रग्रह
अपनी छह अरब किलोमीटर की यात्रा पर, नासा के लुसी मिशन का मुख्य उद्देश्य बृहस्पति ट्रोजन क्षुद्रग्रहों (Jupiter Trojan asteroids) का अध्ययन करना है।
ट्रोजन क्षुद्रग्रह (Trojan asteroids), जिनका नाम ग्रीक पौराणिक कथाओं से लिया गया है, दो झुंडों में सूर्य की परिक्रमा करते हैं – एक जो हमारे सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति से आगे है, और दूसरा जो इसके पीछे है।
लुसी स्पेसक्राफ्ट वर्ष 2027 में ट्रोजन क्षुद्रग्रहों तक पहुंचेगा। लुसी जिन क्षुद्रग्रहों से उड़ान भरने वाली है उनमें से प्रत्येक का आकार और रंग अलग-अलग है।
क्षुद्रग्रह डिंकिनेश (Asteroid Dinkinesh)
क्षुद्रग्रह डिंकिनेश हमारे सौर मंडल के मुख्य क्षुद्रग्रह बेल्ट मंगल और बृहस्पति की कक्षाओं के बीच स्थित है।
लुसी मिशन
नासा ने 16 अक्टूबर, 2021 को लुसी मिशन लॉन्च किया। मिशन का नाम लुसी जीवाश्म (Lucy fossil) से लिया गया है, जो 1974 में इथियोपिया में खोजे गए एक आदि मानव पूर्वज के अवशेष हैं।
कंकाल ने शोधकर्ताओं को मानव विकास के पहलुओं को एक साथ जोड़ने में मदद की है, और नासा लुसी टीम के सदस्यों को उम्मीद है कि उनका मिशन हमारे सौर मंडल के इतिहास के संबंध में लूसी के समान उपलब्धि हासिल करेगा।