भारत का पहला गैसोलीन और डीजल रेफरेंस फ्यूल (Reference fuel) लॉन्च
भारत सरकार का उपक्रम इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) ने 26 अक्टूबर को भारत का पहला गैसोलीन और डीजल रेफरेंस फ्यूल (Reference fuel) लॉन्च किया। इसका उपयोग ऑटोमोबाइल निर्माताओं द्वारा वाहनों की टेस्टिंग के लिए किया जाता है।
रेफरेंस फ्यूल
रेफरेंस फ्यूल को लॉन्च करते हुए, केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, इंडियन ऑयल द्वारा इन विशेष ईंधन का उत्पादन न केवल आयात पर भारत की निर्भरता को कम करेगा।
यह पहली बार है कि भारत रेफरेंस गैसोलीन और डीजल ईंधन के उत्पादन में प्रवेश कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप इन उत्पादों का घरेलू विकास इंडियन ऑयल की प्रतिभा और अथक परिश्रम का प्रमाण है।
रेफरेंस ईंधनों का उपयोग ऑटोमोबाइल विनिर्माताओं और ICAT (इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी) तथा ARAI (ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया) जैसी जांच एजेंसियों द्वारा वाहन के कैलिब्रेशन और टेस्टिंग के लिए किया जाता है।
भारत इस विशिष्ट ईंधन की मांग को पूरा करने के लिए आयात पर निर्भर है। स्वदेशी रूप से विकसित ये उत्पाद वाहन निर्माताओं के लिए बेहतर कीमत और न्यूनतम समय सीमा में आयात को कम करने में मदद करेंगे।
ऊर्जा-आत्मनिर्भर रणनीति
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री ने पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा अपनाई गई चार-कोणीय ऊर्जा सुरक्षा कार्यनीति की चर्चा की। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को ‘ऊर्जा-आत्मनिर्भर’ राष्ट्र में रूपांतरित करने की रणनीति में शामिल हैं; (i) ऊर्जा आपूर्ति का विविधीकरण (ii) भारत में तेल की खोज और उत्पादन में वृद्धि (iii) वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत और गैस आधारित अर्थव्यवस्था के माध्यम से ऊर्जा रूपांतरण को पूरा करना और (iv) हरित हाइड्रोजन एवं इलेक्ट्रिक व्हीकल शामिल हैं।