केरल स्टेट सीड फार्म अलुवा देश का पहला सीड फार्म बना
कोच्चि के पास केरल स्टेट सीड फार्म अलुवा (Aluva ) कार्बन तटस्थ दर्जा (carbon neutral status) प्राप्त करने वाला देश का पहला सीड फार्म बन गया है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने 10 दिसंबर को बीज फार्म को देश का पहला कार्बन न्यूट्रल फार्म घोषित किया।
मुख्य तथ्य
कार्बन न्यूट्रल इंगित करता है कि किसी फार्म में कृषि के दौरान उत्सर्जित ग्रीन हाउस गैस को मिट्टी में ही अवशोषित किया जाना चाहिए।
आम तौर पर, कृषि पद्धतियां बहुत अधिक कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन करती हैं।
भारत के सकल राष्ट्रीय ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कृषि और पशुधन का योगदान 14 प्रतिशत है। हालांकि, कृषि गतिविधियों के लिए बिजली का उपयोग उत्सर्जन को 22 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है।
केरल कृषि विश्वविद्यालय के जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण विज्ञान विभाग के एक अध्ययन के बाद 13.5 एकड़ में थुरुथ द्वीप में पेरियार नदी के तट पर स्थित 103 साल पुराने सीड फार्म को कार्बन न्यूट्रल दर्जा दिया गया।
कार्बन उत्सर्जन और कार्बन स्टोरेज का आकलन करने पर अध्ययन में पाया गया कि फार्म में 43 टन कार्बन उत्सर्जन किया गया जबकि 213 टन कार्बन स्टोरेज किया गया। इससे फार्म कार्बन न्यूट्रल और कार्बन निगेटिव हो गया।