सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश हेमंत गुप्ता को नई दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र (NDIAC) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया
भारत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश हेमंत गुप्ता को नई दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र (NDIAC: New Delhi International Arbitration Centre) का अध्यक्ष नियुक्त किया है। उनके नाम को मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति द्वारा अनुमोदित किया गया था।
न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) गुप्ता के साथ, श्री गणेश चंद्रू और श्री अनंत विजय पल्ली को NDIAC के अंशकालिक सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है।
बता दें कि संसद ने हाल ही में नई दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र का नाम बदलकर भारत अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र (India International Arbitration Centre) करने के लिए एक विधेयक पारित किया था।
नई दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र (NDIAC)
NDIAC नई दिल्ली में स्थित एक स्वायत्त संस्था है, जो विवाचन (arbitration), मध्यस्थता (mediation) और सुलह (conciliation) की कार्यवाही करती है। यह संस्थागत मध्यस्थता के लिए एक शासन स्थापित करना चाहता है।
NDIAC वर्ष 2019 में संसद के एक अधिनियम द्वारा स्थापित किया गया था।
NDIAC सात सदस्यीय निकाय है जिसकी अध्यक्षता सर्वोच्च न्यायालय या उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश या एक प्रतिष्ठित व्यक्ति करते हैं।
इसे राष्ट्रीय महत्व की संस्था घोषित किया गया है।
NDIAC अन्य बातों के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मध्यस्थता और सुलह के संचालन के लिए लागत प्रभावी और समय पर सेवाएं प्रदान करेगा, अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू मध्यस्थता और सुलह के संचालन की सुविधा प्रदान करेगा और वैकल्पिक विवाद समाधान औरविवाचन, मध्यस्थता, सुलह और संबंधित मामलों में प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
इसका उद्देश्य मध्यस्थता और सुलह के क्षेत्र में सुधार लाना और इसे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता के लिए एक प्रमुख संस्था के रूप में विकसित करना है।