कुष्ठ रोग का उन्मूलन करने वाला जॉर्डन दुनिया का पहला देश बना
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने जॉर्डन के हाशमाइट साम्राज्य को दुनिया का ऐसा पहला देश बनने के लिए बधाई दी, जिसने आधिकारिक तौर पर कुष्ठ रोग का उन्मूलन (eliminated leprosy) कर दिया है।
WHO ने जॉर्डन में कुष्ठ रोग के उन्मूलन को सत्यापित भी कर दिया है। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि वैश्विक पब्लिक हेल्थ प्रयासों में एक नए युग का प्रतीक है। जॉर्डन में पिछले दो दशकों से अधिक समय से कुष्ठ रोग के स्थानीय संक्रमण का कोई भी मामला दर्ज नहीं किया गया।
WHO के महानिदेशक ने कहा कि दुनिया भर में कुष्ठ रोग के खिलाफ लड़ाई एक बीमारी के खिलाफ लड़ाई से कहीं अधिक है। यह कलंक के खिलाफ लड़ाई और मनोवैज्ञानिक और सामाजिक-आर्थिक नुकसान के खिलाफ लड़ाई भी है।
कुष्ठ रोग (Leprosy)
कुष्ठ रोग, जिसे हैनसेन रोग के रूप में भी जाना जाता है, माइकोबैक्टीरियम लेप्राई के कारण होने वाला एक प्राचीन संक्रामक रोग है। यह मुख्य रूप से त्वचा, परिधीय तंत्रिकाओं, ऊपरी श्वसन पथ की म्यूकोसल सतहों और आंखों को प्रभावित करता है।
यदि इलाज नहीं किया गया तो कुष्ठ रोग त्वचा, नसों, अंगों और आंखों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है।
प्रारंभिक जांच और उपचार से अंगों को दिव्यांग होने से रोका जा सकता है।
कुष्ठ रोग एक उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (NTD) है जो अभी भी 120 से अधिक देशों में मौजूद है। हर साल इसके 200 000 से अधिक नए मामले सामने आते हैं।