हिमाचल प्रदेश में 382 मेगावाट सुन्नी बांध जल विद्युत परियोजना के लिए निवेश को मंजूरी

Sutlej river Himachal Pradesh (Wikimedia Commons)

आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने 2614.51 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से SJVN लिमिटेड द्वारा हिमाचल प्रदेश में 382 मेगावाट सुन्नी बांध जल विद्युत परियोजना (Sunni Dam Hydro Electric Project) को स्वीकृति दे दी है।

इसमें बुनियादी ढांचे को सक्षम बनाने के लिए भारत सरकार की बजटीय सहायता के रूप में 13.80 करोड़ रुपये के निवेश को भी स्वीकृति दी गई है।

जनवरी, 2022 तक कुल 246 करोड़ रुपये के संचयी व्यय के लिए कार्योत्तर स्वीकृति भी दी गई है। पनबिजली ऊर्जा संसाधनों को पैदा करने के पीछे का उद्देश्य न्यूनतम लागत और पर्यावरण पर कम नकारात्मक प्रभावों के साथ अधिक से अधिक ऊर्जा का उत्पादन करना है।

सुन्नी बांध जल विद्युत परियोजना सतलुज नदी की पनबिजली क्षमता का दोहन करने के लिए रन ऑफ द रिवर टाइप परियोजना है। इस परियोजना में खैरा गांव के पास सतलुज नदी के पार गहरी नींव के स्तर से ±95 मीटर ऊंचे कंक्रीट ग्रेविटी बांध और भूमिगत बिजली घर का निर्माण किया जाना है।

उत्तरी क्षेत्र में अधिकतम बिजली की मांग में लगातार वृद्धि और बढ़ती ऊर्जा की कमी को पूरा करने के लिए परियोजनाओं की कल्पना की जा रही है।

पनबिजली ऊर्जा संसाधनों को पैदा करने के पीछे का उद्देश्य न्यूनतम लागत और पर्यावरण पर कम नकारात्मक प्रभावों के साथ अधिक से अधिक ऊर्जा का उत्पादन करना है। उत्तरी क्षेत्र में अधिकतम बिजली की मांग में लगातार वृद्धि और बढ़ती ऊर्जा की कमी को पूरा करने के लिए परियोजनाओं की कल्पना की जा रही है।

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