आईएनएस संधायक भारतीय नौसेना में शामिल किया गया
प्रथम सर्वेयर विशाल मालवाहक जहाज (Survey Vessel Large : SVL), आईएनएस संधायक (यार्ड 3025) 03 फरवरी, 2024 को नौसेना डॉकयार्ड, विशाखापत्तनम में आयोजित एक विशेष समारोह में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE), कोलकाता में निर्माणाधीन SVL परियोजना के चार जहाजों में से आईएनएस संधायक पहला जहाज है।
इस परियोजना का संचालन भारतीय नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो द्वारा किया गया है।
इस जहाज का रिप्लेसमेंट 3,400 टन और कुल लंबाई 110 मीटर और बीम 16 मीटर है। आईएनएस संधायक (INS Sandhayak) की प्राथमिक भूमिका सेफ मेरीटाइम नेविगेशन की दिशा में बंदरगाहों, नौवहन चैनलों/मार्गों, तटीय क्षेत्रों और डीप ओशन का पूर्ण पैमाने पर हाइड्रोग्राफिक सर्वे करना है।
अपनी दूसरी भूमिका में, यह जहाज कई प्रकार के नौसैनिक अभियानों को पूर्ण करने में सक्षम होगा। आईएनएस संधायक इंडो-पैसिफिक महासागर क्षेत्र में एक महाशक्ति के रूप में भारत की भूमिका को और अधिक मजबूत करेगा और भारतीय नौसेना को शांति और सुरक्षा बनाए रखने में सहयोग करेगा।
‘संधायक’ का अर्थ है विशेष खोज करने वाला। इसके शिखर पर स्थित शिखा एक नाविक के कम्पास के सोलह बिंदुओं को दर्शाती है।