FAA ने भारत की अंतर्राष्ट्रीय विमानन सुरक्षा आकलन को श्रेणी-1 बनाये रखा है

संयुक्त राज्य अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA ) को सूचित किया है कि भारत की अंतर्राष्ट्रीय विमानन सुरक्षा आकलन (International Aviation Safety Assessment :IASA) श्रेणी आगे भी श्रेणी 1 के रूप में प्रकाशित होती रहेगी।

FAA ने अपने IASA कार्यक्रम के अंतर्गत विमानन परिचालन, उड़ान योग्यता और कर्मचारियों की लाइसेंसिंग के क्षेत्रों को शामिल करते हुए 25 से 29 अक्टूबर 2021 के दौरान भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) का एक ऑडिट कराया था।

IASA के आकलन के बाद 25-26 अप्रैल 2022 को अंतिम विचार विमर्श हुआ और फिर, जुलाई 2022 और सितंबर 2022 में एफएए द्वारा समीक्षा की गई।

श्रेणी 1 की विमानन कंपनियों को यूएसए के शहरों को अपनी सेवाओं के संचालन/ विस्तार और अमेरिका विमानन कंपनियों के साथ कोडशेयर की अनुमति होती है।

हाल में नवंबर 2022 में ICAO ऑडिट में भारत ने 69.95 प्रतिशत के पिछले इफेक्टिव इम्प्लीमेंटेशन (Effective Implementation) की तुलना में 85.65 प्रतिशत ईआई दर्ज किया था।

इस प्रकार, भारत की वैश्विक रैंकिंग में खासा सुधार हुआ था। ICAO के साथ-साथ एफएए द्वारा किया गया आकलन भारत की नागरिक उड्डयन प्रणाली के लिए एक प्रभावी सुरक्षा निगरानी करने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

यूएसए का फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन अपने इंटरनेशनल एविएशन सेफ्टी एसेसमेंट (IASA ) कार्यक्रम अंतर्गत यह निर्धारित करता है कि क्या किसी देश की अमेरिका में परिचालन करने वाली, या परिचालन करने या अमेरिका की विमानन कंपनियों के साथ कोडशेयर करने की इच्छुक विमानन कंपनियां इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (ICAO) द्वारा स्थापित सुरक्षा मानकों का अनुपालन करती हैं।

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