भारत की पहली एकीकृत कृषि-निर्यात सुविधा जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह पर स्थापित की जाएगी
भारत की पहली एकीकृत कृषि-निर्यात सुविधा (Integrated Agri-Export Facility) मुंबई के जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह पर स्थापित की जाएगी।
पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह प्राधिकरण (JNPA) की 284.19 करोड़ रुपये की लागत वाली ‘पीपीपी मोड पर JNPA में निर्यात-आयात सह घरेलू कृषि वस्तु-आधारित प्रसंस्करण और भंडारण सुविधा का विकास’ (Development of Export-Import cum Domestic Agricultural Commodity-Based Processing & Storage Facility) परियोजना को मंजूरी दी है।
यह फैसिलिटी लॉजिस्टिक्स में अक्षमताओं को दूर करेगी, कई हैंडलिंग को कम करेगी और कृषि उत्पादों के शेल्फ जीवन को बढ़ाएगी। यह फैसिलिटी गैर-बासमती चावल, मक्का, मसाले, प्याज और गेहूं जैसी प्रमुख वस्तुओं के निर्यात को पूरा करेगी।
बता दें कि महाराष्ट्र में जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह देश का पहला प्रमुख बंदरगाह है जो 100% लैंडलॉर्ड बंदरगाह है जिसमें सभी बर्थ पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर संचालित किए जा रहे हैं।
महाराष्ट्र राज्य में, केंद्रीय मंत्रालय देश के सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक, वधावन बंदरगाह को भी विकसित कर रहा है, जिसमें कुल 76,220 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इसे पालघर जिले के वधावन हर मौसम में संचालित रहने वाले ग्रीनफील्ड डीप ड्राफ्ट प्रमुख बंदरगाह के रूप में विकसित किया जाएगा।