Shakti: अमेरिका के सहयोग भारत को मिलेगा पहला राष्ट्रीय सुरक्षा सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र

संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ एक परिवर्तनकारी सहयोग के तहत, भारत को अपना पहला राष्ट्रीय सुरक्षा सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र (first-ever national security semiconductor fabrication plant ) मिलेगा।

यह संयंत्र दोनों देशों में सैन्य हार्डवेयर के साथ-साथ महत्वपूर्ण दूरसंचार नेटवर्क और इलेक्ट्रॉनिक्स में उपयोग के लिए चिप्स का उत्पादन करेगा।

21 सितंबर, 2024 को विलमिंगटन में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच वार्ता के बाद इस महत्वाकांक्षी भारत-अमेरिका संयुक्त परियोजना की घोषणा की गई।

यह इस मायने में एक अलग फैब है कि इसे इन्फ्रारेड, गैलियम नाइट्राइड और सिलिकॉन कार्बाइड सेमीकंडक्टर के निर्माण के उद्देश्य से स्थापित किया जाएगा।

यह परियोजना भारत सेमीकंडक्टर मिशन के समर्थन स्थापित होगी और भारत सेमी, 3rdiTech और अमेरिकी अंतरिक्ष बल के बीच एक रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी का हिस्सा होगी।

इस फैब को ‘शक्ति’ (Shakti) के रूप में जाना जाएगा।

यह आधुनिक युद्ध लड़ने के लिए तीन आवश्यक स्तंभों पर ध्यान केंद्रित करेगा – एडवांस्ड सेंसिंग, एडवांस्ड कम्युनिकेशन और हाई वोल्टेज पावर इलेक्ट्रॉनिक्स।

यह न केवल भारत का पहला, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए दुनिया का पहला मल्टी-मटेरियल फैब बन जाएगा।

अनुमान के अनुसार, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इन सेमीकंडक्टरों में भारत का वर्तमान आयात बिल एक बिलियन अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष है।

यह पहली बार है जब अमेरिकी सेना भारत के साथ इन अत्यधिक वैल्युएबल प्रौद्योगिकियों के लिए साझेदारी करने के लिए सहमत हुई है और यह एक महत्वपूर्ण क्षण है क्योंकि यह असैन्य परमाणु समझौते जितना ही महत्वपूर्ण है।

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