भारत का पहला मानवयुक्त अंडरवाटर सबमर्सिबल

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि देश इस साल अपना पहला मानव अंडरवाटर वाहन (डीप-सी मैनड व्हीकल) लॉन्च करने के लिए तैयार है।

“डीप ओशन मिशन” पर मिशन संचालन समिति की दूसरी बैठक में अपने संबोधन में डॉ. जितेन्द्र सिंह ने इस पहल की अभूतपूर्व प्रकृति के बारे में बताया।

शुरुआत में समुद्रयान मिशन के तहत यह सबमर्सिबल यान 500 मीटर की गहराई पर काम करेगा। भारत का लक्ष्य तीन व्यक्तियों को मत्स्य 6000 (MATSYA 6000′) से अन्वेषण के लिए समुद्र सतह से 6000 मीटर नीचे गहराई में भेजना है।

इस मिशन का लक्ष्य क्रिटिकल मिनरल्स, दुर्लभ धातुओं और अज्ञात समुद्री जैव विविधता की खोज करना है। इस मिशन के माध्यम से भारत न केवल अपने महासागरों की गहराई का पता लगा रहा है, बल्कि एक मजबूत ब्लू इकोनॉमी का निर्माण भी कर रहा है, जो भारत के भविष्य को आगे बढ़ाएगी।

डीप ओशन मिशन का उद्देश्य गहरे समुद्र के इकोसिस्टम की समझ को बढ़ाना है, जिससे सस्टेनेबल फिशरीज और जैव विविधता संरक्षण में योगदान मिल सके।

पानी के नीचे की इन संपदाओं का दोहन करके, भारत अपनी अर्थव्यवस्था, वैज्ञानिक समुदाय और पर्यावरणीय रेजिलिएंस के लिए दीर्घकालिक लाभ सुनिश्चित कर सकता है।

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