‘प्रलय’ मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण
भारत ने 7 नवंबर को ओडिशा तट के अब्दुल कलाम द्वीप से सतह से सतह पर मार करने वाली कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (surface-to-surface short-range ballistic missile: SRBM) ‘प्रलय’ (Pralay) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है।
‘प्रलय’ 350-500 किमी की कम दूरी की, सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है, जिसकी पेलोड क्षमता 500-1,000 किलोग्राम है।
‘प्रलय’ को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) और नियंत्रण रेखा (LoC) पर तैनाती के लिए विकसित किया गया है।
ठोस-ईंधन, युद्धक्षेत्र मिसाइल पृथ्वी डिफेन्स व्हीकल पर आधारित है।
‘प्रलय’ मिसाइल की तुलना चीन की ‘डोंग फेंग 12’ और रूस की ‘इस्केंडर’ से की जा सकती है, जिसका इस्तेमाल यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध में किया गया था।