अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफलतापूर्वक परीक्षण

भारत ने 15 दिसंबर 2022 को परमाणु-सक्षम अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 (Agni-5) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। अग्नि-5 का संचालन करने वाली सामरिक बल कमान (Strategic Forces Command: SFC) ने ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप के तट से इसका परीक्षण किया।

बता दें कि अग्नि-5 का पहली बार SFC द्वारा स्वतंत्र रूप से अक्टूबर 2021 में परीक्षण किया गया था।

परमाणु-सक्षम अग्नि-5 मिसाइल तीन चरण के ठोस-ईंधन वाले इंजन का उपयोग करती है।

इसे भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है।

अग्नि-5 एक सामरिक मिसाइल है जिसकी अधिकतम रेंज 5000 किमी है, और यह पूरे चीनी मुख्य भूमि को कवर कर सकती है।

यह ‘दागो और भूल जाओ’ मिसाइल है, जिसे इंटरसेप्टर मिसाइल के बिना रोका नहीं जा सकता है।

अग्नि मिसाइलों का विकास वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम के नेतृत्व में एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (Integrated Guided Missile Development Programme) के तहत 1980 की शुरुआत में शुरू हुआ।

अग्नि मिसाइल सिस्टम 1 से 5 के बीच अंतरमहाद्वीपीय संस्करणों में अलग-अलग रेंज के हैं। इसमें 700 किमी की रेंज वाली अग्नि -1 से शुरू होकर 5000 किमी की रेंज वाली अग्नि -5 शामिल है।

जून 2021 में, DRDO ने 1,000 से 2,000 किमी के बीच रेंज क्षमता वाली कनस्तरीकृत मिसाइल अग्नि-P का सफल परीक्षण किया था।

इसका मतलब यह है कि मिसाइल को सड़क और रेल प्लेटफॉर्म से लॉन्च किया जा सकता है, जिससे इसे तैनात करना और तेज गति से लॉन्च करना आसान हो जाता है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक अग्नि-6 का भी विकास किया जा रहा है, जिसका रेंज 8000 किमी से शुरू होता है।

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