भारत को “मीजल्स एंड रूबेला चैंपियन अवार्ड” से सम्मानित किया गया
भारत को 6 मार्च, 2024 को वाशिंगटन डी.सी., यूएसए में अमेरिकन रेड क्रॉस मुख्यालय में द मीजल्स एंड रूबेला पार्टनरशिप द्वारा प्रतिष्ठित “मीजल्स एंड रूबेला चैंपियन अवार्ड” (Measles and Rubella Champion Award) से सम्मानित किया गया है।
मीजल्स एंड रूबेला पार्टनरशिप एक मल्टी-एजेंसी योजना समिति है, जिसमें शामिल हैं अमेरिकन रेड क्रॉस, BMGF, GAVI, US CDC, UNF, UNICEF, और WHO. ये सभी वैश्विक खसरे से होने वाली मौतों को कम करने और रूबेला बीमारी को रोकने के लिए समर्पित हैं।
खसरा और रूबेला
खसरा और रूबेला टीके से रोकी जा सकने वाली बीमारियाँ (VPD) हैं और मीजल्स एंड रूबेला वैक्सीन 2017 से भारत के सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम का हिस्सा है।
भारत सरकार देश से खसरा और रूबेला को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है।
खसरा और रूबेला के लिए संयुक्त टीका दुनिया के कुछ क्षेत्रों में बच्चों के टीकाकरण के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है क्योंकि अलग-अलग टीकों की तुलना में इनके संयुक्त टीका असरदार साबित होते हैं।
संयुक्त टीका बच्चों में एक साथ दो संक्रमणों के लिए पर्याप्त प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न करता है और वर्तमान टीकाकरण रणनीतियों के कार्यान्वयन की सुविधा प्रदान करता है।
बता दें कि रूबेला वायरस से होने वाला एक प्रकार का संक्रमण है। यह शिशुओं और बच्चों में हल्के बुखार और दाने का कारण बनता है। जिन गर्भवती महिलाओं को रूबेला होता है उनमें जन्म दोष वाले बच्चे पैदा होने की संभावना बढ़ जाती है।
खसरा (Measles) एक अत्यधिक संक्रामक वायरल रोग है। सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन की उपलब्धता के बावजूद, यह विश्व स्तर पर छोटे बच्चों की मृत्यु का एक महत्वपूर्ण कारण बना हुआ है।