COP28 स्वास्थ्य दिवस: जलवायु और स्वास्थ्य पर COP28 घोषणापत्र

भारत ने जलवायु और स्वास्थ्य पर COP28 घोषणापत्र (COP28 Declaration on Climate and Health) पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है। भारत ने स्वास्थ्य क्षेत्र में कूलिंग के लिए ग्रीनहाउस गैसों के उपयोग पर अंकुश लगाने में व्यावहारिकता की कमी को इसका कारण बताया।

इस डिक्लेरेशन की घोषणा  COP में पहले स्वास्थ्य दिवस से एक दिन पहले की गई। COP28 स्वास्थ्य दिवस (COP28 Health Day) 3 दिसंबर 2023 को आयोजित किया गया था।

इस डिक्लेरेशन को 123 देशों द्वारा समर्थन प्राप्त है। ऐसा पहली बार है जब विश्व की सरकारों ने  समुदायों और देशों पर जलवायु परिवर्तन के बढ़ते स्वास्थ्य प्रभावों को स्वीकार किया है।

यह मजबूत क्लाइमेट एक्शन से लोगों के स्वास्थ्य को होने वाले बड़े लाभों को भी स्वीकार करता है, जिसमें वायु प्रदूषण को कम करना और स्वास्थ्य देखभाल की लागत को कम करना शामिल है।

इन राजनीतिक प्रतिबद्धताओं का समर्थन करने के लिए जलवायु और स्वास्थ्य पर नई वित्त पोषण प्रतिबद्धताओं के एक सेट की घोषणा की गई।  

इस डिक्लेरेशन को ब्राजील, मलावी, यूके, यूएस, नीदरलैंड, केन्या, फिजी, भारत, मिस्र, सिएरा लियोन और जर्मनी सहित कई ‘कंट्री चैंपियन‘ के समर्थन से विकसित किया गया था।

यह संयुक्त कार्रवाई ऐसे समय में की गई है जब प्रदूषित हवा से हर साल लगभग 90 लाख लोगों की मौत होती है और हर साल 189 मिलियन लोग एक्सट्रीम वेदर संबंधी घटनाओं से प्रभावित हो रहे हैं।

घोषणा पत्र में जलवायु और स्वास्थ्य के संबंध में कई कार्य क्षेत्रों को शामिल किया गया है, जिसमें अधिक जलवायु-लचीला स्वास्थ्य प्रणालियों का निर्माण, उत्सर्जन को कम करने और जलवायु कार्रवाई के स्वास्थ्य लाभों को अधिकतम करने के लिए क्रॉस-सेक्टोरल सहयोग को मजबूत करना और जलवायु और स्वास्थ्य समाधानों के लिए वित्तपोषण बढ़ाना शामिल है।

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