भारत “खनिज सुरक्षा वित्त नेटवर्क (MSFN)” में शामिल हुआ
भारत औपचारिक रूप से अमेरिका के नेतृत्व वाले खनिज सुरक्षा वित्त नेटवर्क (Minerals Security Finance Network: MSFN) में शामिल हो गया है।
खनिज सुरक्षा वित्त नेटवर्क (MSFN)
इस नेटवर्क का उद्देश्य क्रिटिकल मिनरल्स के लिए सप्लाई चेन को सुरक्षित करने के लिए सदस्यों के बीच सहयोग को मजबूत करना है। यह 14 देशों और यूरोपीय संघ द्वारा किया गया एक समझौता है।
यह नई साझेदारी भाग लेने वाले देशों से DFI (विकास वित्त संस्थान) और ECA (निर्यात ऋण एजेंसियों) को “तालमेल बनाने और प्रभाव बढ़ाने” के लिए एक साथ लाती है।
खनिज सुरक्षा वित्त नेटवर्क (MSFN) एक नई पहल है जो खनिज सुरक्षा भागीदारी (Minerals Security Partnership: MSP) से उपजी है, जो 2022 में स्थापित एक फ्रेमवर्क है।
खनिज सुरक्षा भागीदारी (MSP)
MSP संयुक्त राज्य अमेरिकी के नेतृत्व में शुरू की गई 14 देशों की साझेदारी है जिसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर क्रिटिकल मिनरल आपूर्ति श्रृंखलाओं में सार्वजनिक और निजी निवेश को आकर्षित करना है।
भारत को जून 2023 में MSP में शामिल किया गया था। MSP समूह कोबाल्ट, निकल, लिथियम जैसे खनिजों और 17 “रेयर अर्थ” खनिजों की आपूर्ति श्रृंखलाओं पर केंद्रित है।