नेटवर्क रेडीनेस सूचकांक- 2022: भारत 61वें स्थान पर
भारत ने हाल ही में जारी नेटवर्क रेडीनेस सूचकांक- 2022 (Network Readiness Index 2022: NRI 2022) की रिपोर्ट के अनुसार छह स्लॉट में अपनी स्थिति में सुधार किया है।
- अब भारत इस सूचकांक में 61वें स्थान पर है।
- वर्ष 2022 के अपने नवीनतम संस्करण में NRI रिपोर्ट चार अलग-अलग मानकों पर उनके प्रदर्शन के आधार पर 131 अर्थव्यवस्थाओं के नेटवर्क-आधारित रेडीनेस परिदृश्य का मापन करती है। ये चार मानक हैं- टेक्नोलॉजी, पीपल, गवर्नेंस और इम्पैक्ट जो कुल 58 वेरिएबल को कवर करते हैं।
- इस रिपोर्ट को वाशिंगटन डीसी स्थित पोर्टुलान्स इंस्टीट्यूट ने तैयार किया है, जो एक स्वतंत्र गैर-लाभकारी, गैर-पक्षपाती अनुसंधान और शैक्षणिक संस्थान है।
- भारत ने न केवल अपनी रैंकिंग में सुधार किया है, बल्कि 2021 के अपने स्कोर को 49.74 से सुधार कर 2022 में 51.19 कर लिया है। उल्लेखनीय है कि भारत कई संकेतकों में सबसे आगे है।
- इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने “AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) प्रतिभा एकाग्रता” में पहला स्थान, “देश के भीतर मोबाइल ब्रॉडबैंड इंटरनेट ट्रैफिक” व “अंतरराष्ट्रीय इंटरनेट बैंडविड्थ” में दूसरा स्थान और “दूरसंचार सेवाओं में वार्षिक निवेश” व “घरेलू बाजार आकार” में तीसरा स्थान, “ICT सेवा निर्यात” में चौथा स्थान और “FTTH/बिल्डिंग इंटरनेट सब्सक्रिप्शन” व “AI वैज्ञानिक प्रकाशन” में 5वां स्थान प्राप्त किया है।
- NRI 2022 की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के पास अपने आय स्तर को देखते हुए उम्मीद से कहीं अधिक नेटवर्क रेडीनेस है।