ओंकारेश्वर में ‘स्टैच्यू ऑफ वननेस’ (एकात्मकता की मूर्ति) का अनावरण
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में मांधाता पर्वत पर आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची ‘स्टैच्यू ऑफ वननेस’ (एकात्मकता की मूर्ति) का अनावरण किया और अद्वैत-लोक (Advaita Lok) की आधारशिला रखी।
राज्य के मुख्यमंत्री के अनुसार एकात्म धाम 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची प्रतिमा विभिन्न प्रकार की धातुओं से बनी है।
इस प्रतिमा में आदि शंकराचार्य को 12 वर्षीय आचार्य शंकर के रूप में दर्शाया गया है क्योंकि इसी उम्र में उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ था।
आदि शंकराचार्य की प्रतिमा को स्टैच्यू ऑफ वननेस का नाम दिया गया है.
प्रतिमा के अलावा, अद्वैत लोक नामक शंकराचार्य के जीवन और दर्शन पर केंद्रित एक संग्रहालय, अद्वैत दर्शन के अध्ययन, अनुसंधान और प्रचार-प्रसार के लिए आचार्य शंकर इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अद्वैत वेदांत की भी स्थापना की जाएगी।
कुछ अन्य मूर्तियां
स्टैच्यू ऑफ प्रॉस्पेरिटी बैंगलोर शहर के संस्थापक और वास्तुकार ‘नादप्रभु’ केम्पे गौड़ा की मूर्ति है।
भारतीय स्वतंत्रता सेनानी सरदार वल्लभभाई पटेल को 182 मीटर ऊंची श्रद्धांजलि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का उद्घाटन 31 अक्टूबर, 2018 को केवडिया गुजरात में किया गया था।
हैदराबाद में 216 फीट ऊंची स्टेचू ऑफ़ इक्वलिटी 11वीं सदी के भक्ति संत श्री रामानुजाचार्य की मूर्ति है, जिन्होंने आस्था, जाति और पंथ सहित जीवन के सभी पहलुओं में समानता के विचार को बढ़ावा दिया था।
प्रधान मंत्री ने 16 नवंबर 2020 को राजस्थान के पाली में जैनाचार्य श्री विजय वल्लभ सुरिश्वर जी महाराज की 151वीं जयंती समारोह को चिह्नित करने के लिए 151 इंच ऊंची ‘स्टैचू ऑफ़ पीस ‘ का अनावरण किया था।